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Thursday 28 October 2021 01:00:50 PM
नई दिल्ली। भारतीय सेना की सबसे बड़ी युद्धक शाखा इन्फैंट्री ने कल दिल्ली में अपना 75वां इंफैंट्री दिवस मनाया। इन्फैंट्री का अदम्य साहस और वीरता में अनुकरणीय योगदान है। गौरतलब है कि इसका देश केलिए एक अनूठा महत्व है, क्योंकि 1947 में इसी दिन भारतीय सेना के पैदल सैनिकों ने श्रीनगर एयरफील्ड पर उतरकर जम्मू-कश्मीर राज्य को क्रूर और दुष्टतापूर्ण पाकिस्तानी आक्रमण से बचाया था। इंफैंट्री ने अनादिकाल से अपने संघर्षपूर्ण इतिहास के दौरान दृढ़ता, अदम्य इच्छाशक्ति और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन किया है।
भारतीय सेना की बहुमुखी 'इन्फैंट्री' की लड़ाई की भावना को दुनियाभर में हमेशा सराहा गया है। इंफैंट्री दिवस समारोह में राष्ट्र की सेवा में विभिन्न युद्धक्षेत्रों में सर्वोच्च बलिदान देने वाले इंफैंट्री के शहीद नायकों को सम्मानित करने केलिए राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर एक पुष्पांजलि कार्यक्रम हुआ, जिसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे, इंफैंट्री रेजिमेंट के कर्नल और वरिष्ठ अधिकारियों ने माल्यार्पण किया।
भारत पाक युद्ध 1971 के तीन पूर्व सैनिकों यानी मेजर आरके अरोड़ा वीआरसी (सेवानिवृत्त), सूबेदार (ऑनरेरी लेफ्टिनेंट) नंदराम वीआरसी (सेवानिवृत्त) और ग्रेनेडियर अमृत वीआरसी (सेवानिवृत्त) ने भी पुष्पांजलि अर्पित की। इंफैंट्री के महानिदेशक ने एक संदेश में इंफैंट्री सैनिकों का बहादुरी, बलिदान एवं कर्तव्य के प्रति नि:स्वार्थ समर्पण और पेशेवर मूल्यों केलिए स्वयं को समर्पित करने और देश की क्षेत्रीय अखंडता एवं संप्रभुता की रक्षा के अपने संकल्प में दृढ़ रहने का आह्वान किया है।