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Saturday 30 October 2021 06:11:55 PM
देहरादून। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज देहरादून में मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना और सहकारी समितियों के कम्प्यूटरीकरण का शुभारंभ किया। गृहमंत्री ने इस अवसर पर कहाकि देवभूमि उत्तराखंड की रचना करने का काम श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था और ना जाने कितने युवा उत्तराखंड की मांग करते-करते शहीद हो गए, उस समय भाजपा भी उत्तराखंड के युवाओं के साथ इस मांग को बुलंद कर रही थी। अमित शाह ने उत्तराखंडवासियों से पूछा कि उत्तराखंड के युवाओं पर गोली किसने चलाई थी? उन्होंने कहा कि अटलजी ने उत्तराखंड बनाया है, मोदीजी इसे संवार रहे हैं, उत्तराखंड का चहुंमुखी विकास होगा। गृहमंत्री ने कहाकि यहां उत्तराखंड की सभी पैक्स का कम्प्यूटरीकरण का काम पूरा हो गया है, इससे घपले या घोटाले का सामना नहीं करना पड़ेगा। अमित शाह ने कहाकि देशभर के सभी पैक्स को कम्प्यूटराइज्ड करके उन्हें ज़िला बैंक, राज्य सहकारी बैंक और नाबार्ड के साथ जोड़ने का प्रयास किया जाएगा।
अमित शाह ने कहाकि मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना का शुभारंभ किया गया है और हम जानते हैंकि उत्तराखंड में पहाड़ों में विपरीत मौसम में पशुओं केलिए चारा पहुंचाने में हमारी माताओं और बहनों को बहुत दिक़्क़त होती है, यहां लगभग लगभग 2,000 किसान लगभग 1,000 एकड़ भूमि पर मक्के की खेती करेंगे और उससे वैज्ञानिक तरीक़े से पौष्टिक पशु आहार बनाने की योजना बनी है, जिसका फ़ायदा लगभग एक लाख किसानों तक पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि तीसरा कोऑपरेटिव ट्रेनिंग सेंटर का उद्घाटन, ये सहकारी प्रशिक्षण केंद्र कोऑपरेटिव को आगे बढ़ाने केलिए बेहद ज़रूरी हैं। उन्होंने कहाकि सहकारी आंदोलन को पिछली सरकारों ने क्षीण कर दिया था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज़ादी के अमृत वर्ष में एक नया सहकारिता मंत्रालय बनाकर सहकारिता से जुड़े देश के करोड़ों किसानों, महिलाओं, श्रमिकों, मछुआरों आदि के कल्याण केलिए बहुत बड़ा काम किया है।
गृहमंत्री ने कहाकि किसीको सालों तक याद नहीं आयाकि अगर सहकारिता आंदोलन मूर्तरूप नहीं लेता है तो छोटे-मंझले किसानों, मछुआरों, माताओं-बहनों, पशुपालन में लगे भाईयों का क्या होगा? लेकिन मोदीजी ग़रीब के घर से आते हैं, उन्होंने गरीबों के कल्याण के क्षेत्र में बहुत काम किया है। उन्होंने कहाकि सहकारिता को प्रशिक्षण के बिना बढ़ावा नहीं दिया जा सकता। उन्होंने कहाकि मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना के अंतर्गत 30 प्रतिशत सब्सिडी पर दो रुपये किलो की दर से पशु आहार दिया जाएगा और इसके कारण माताएं-बहनें ढेर सारी आपदाओं से बचेंगी। अमित शाह ने निशाना साधते हुए विपक्ष से पूछा कि वह पांच साल तक राज्य में बाढ़ के समय और कोरोनाकाल में कहां था, जो चुनाव आते ही अलग-अलग मुद्दों पर धरना-प्रदर्शन और प्रेस कॉंफ्रेंस में लग गया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष भ्रष्टाचार, घोटालों और घपलों का पर्याय है और किसीभी राज्य में कल्याणकारी काम नहीं कर सकता, ना वो ग़रीबों के बारे में सोच सकता है और ना ही अच्छे प्रशासन के बारे में सोच सकता है।
अमित शाह ने कहा कि मोदीजी के नेतृत्व में ग़रीब कल्याण और अच्छा प्रशासन केवल भाजपा दे सकती है। उन्होंने कहा कि 2017 के चुनाव के समय चुनावी घोषणापत्र में किए गए हमने 85 प्रतिशत से ज़्यादा वादे पूरे कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी वादा ख़िलाफ़ी करने वाली, सत्ता हथियाकर उसका उपभोग करने वाली पार्टी है और वो कभी किसी प्रकार के लोककल्याण का काम नहीं कर सकती। अमित शाह ने कहाकि तुष्टिकरण और ऐपीजमेंट करने वाले कभीभी देवभूमि का काम नहीं कर सकते, यहां विकास की बयार तभी आई जब उत्तराखंड की जनता ने भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार चुनी। अमित शाह ने कहाकि मोदीजी ने हमारे तीनों मुख्यमंत्रियों को साथ लेकर संपूर्ण विकास का नया मार्ग बनाया है। गृहमंत्री ने कहा कि इतनी बड़ी कोरोना आपदा आई, राज्यों में शत-प्रतिशत टीकाकरण सबसे पहले हुआ, उनमें उत्तराखंड भी शामिल है, यहां ऑक्सीजन के प्लांट लगाए गए, नए अस्पताल खोले गए, नए बेड बनाने की व्यवस्था की गई।
गृहमंत्री ने कहाकि उन्होंने जहां-जहां हवाई निरीक्षण किया, उन स्थानों की समस्याओं और कहां-कहां सुधार करने हैं, उसके बारे में राज्य के मुख्यमंत्री, चीफ सेक्रेट्री और डीजीपी को पूरी जानकारी थी, जहां इस प्रकार की जागरुक सरकार होती है, वहां विकास स्वत: होता ही है। अमित शाह ने कहा कि गंगाजल के वितरण केलिए सहकारिता के माध्यम से एक नया काम शुरू हुआ है, इससे देशभर के मां गंगा में श्रद्धा रखने वाले श्रद्धालुओं को घर बैठे गंगाजल मिलेगा और उनका मोक्ष का रास्ता भी खुलेगा। अमित शाह ने कहा कि केदारधाम क्षत विक्षत हो गया था, आनेवाली 5 तारीख को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वहां पर भगवान आदि शंकराचार्य की एक विशाल मूर्ति का लोकार्पण करने वाले हैं और उसके साथ हमने देशभर के शिवालय को जोड़ा है। उन्होंने कहाकि बद्रीनाथ का काम चालू हो गया, केदारनाथ का पुनर्निर्माण समाप्ति की ओर है और चारधाम केलिए 11,680 करोड़ रुपए के खर्चे से 890 किलोमीटर की सभी मौसम में चलने वाली चार लेन सड़क का काम समाप्ति की ओर है।
अमित शाह ने कहा कि बद्रीविशाल और केदारधाम उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि पूरे भारत का गौरव है, इसका पुनर्निर्माण होना ही चाहिए था। उन्होंने बताया कि अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक गलियारे केलिए 20,000 करोड़ का निवेश, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग 125 किलोमीटर की नई रेललाइन में 24,659 करोड, राष्ट्रीय राजमार्ग के नगीना-काशीपुर को चार लेन का बनाने केलिए 2,500 करोड़, नेशनल हाईवे 74 केलिए 757 करोड रुपए, विष्णुगढ़-पीपलकोटी जलविद्युत परियोजना पर 3,860 करोड़, तपोवन-विष्णुगढ़ जलविद्युत परियोजना पर 5,867 करोड़ और टिहरी पम्प स्टोरेज प्लांट पर 4,825 करोड़ रुपए सहित विगत 5 वर्ष में इस छोटे से राज्य में मोदी जी ने 85 हजार करोड़ रुपए के निवेश का काम किया है। गृहमंत्री ने कहाकि उत्तराखंड के हर घर को 5 लाख रुपए का हेल्थ कार्ड देने का काम किया गया और इस दुर्गम राज्य के हर घर में नल से जल देने का हमारा संकल्प है।
अमित शाह ने कहा कि 2022 तक हर घर में नल से शुद्ध पीने का जल पहुंचेगा और माताओं बहनों को शुद्ध पीने का पानी उपलब्ध कराया जाएगा। गृहमंत्री ने कहाकि उत्तराखंड में कोई ऐसा घर नहीं है, जहां से सेना या केंद्रीय सशस्त्र पुलिसबल में जवान न हो, देश की सुरक्षा केलिए उत्तराखंड के जवानों ने हमेशा अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। उन्होंने कहाकि यह भूमि वीरों की भूमि है, प्रधानमंत्री ने एक ही झटके में 2016 में वन रैंक वन पेंशन का मसला समाप्त कर लाखों जवानों को उनका अधिकार देने का काम किया है। अमित शाह ने कहाकि हमलोग विकास को मानते हैं, हम गरीबों का दर्द जानते हैं, क्योंकि हमारा नेता ही चाय बेचने वाले गरीब परिवार में जन्म लेकर यहांतक आता है। इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।