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Tuesday 9 November 2021 01:25:25 PM
नई दिल्ली। भारतीय सेना ने फिक्की केसाथ 'भारतीय सेना की परियोजना-2021' पर एक वेबिनार आयोजित किया, जिसमें थल सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे ने नरेंद्र मोदी सरकार की 'आत्मनिर्भर भारत' पहल और रक्षा क्षेत्रमें आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने की दिशा में शुरु सुधारों की प्राथमिकता पर जोर दिया। उन्होंने सेना की आधुनिकीकरण की जरूरतों को स्वदेशी रूपसे पूरा करने केलिए भारतीय उद्योग की क्षमता पर भरोसा जताया। उन्होंने कहाकि 36 मेक-II परियोजनाओं से स्पष्ट है कि सेना अब उद्योग केसाथ प्रगति कर रही है। सेना प्रमुख ने इस बात पर भी प्रकाश डालाकि पिछले एक साल में कोविड की चुनौतियों के बावजूद भारतीय सेना ने असाधारण प्रगति की है, इसके परिणामस्वरूप 12 परियोजनाओं केलिए स्वीकृति आदेश जारी किए गए और समान संख्या में एओएन का अनुपालन किया गया।
थल सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे ने कहाकि देश के भीतर अब बहुत विशिष्ट प्रौद्योगिकियां विकसित हो रही हैं, देश में निर्माण परियोजनाओं ने रक्षा क्षेत्र में एमएसएमई की भूमिका को बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सेनाध्यक्ष ने कहाकि 40% से अधिक परियोजनाओं केलिए स्वीकृति आदेश एमएसएमई को जारी किए गए और एमएसएमई केलिए 1,000 करोड़ से अधिक की परियोजनाएं आरक्षित हैं। वेबिनार में उद्घाटन भाषण देते हुए डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (क्षमता विकास और पोषण) लेफ्टिनेंट जनरल शांतनु दयाल ने डिजाइन और विकास परियोजनाओं केसाथ 'मेक इन इंडिया' केप्रति भारतीय सेना की प्रतिबद्धता को दोहराया, जिसमें उद्योग निस्संदेह अधिग्रहण का पसंदीदा तरीका है। जनरल एमएम नरवणे ने कहाकि यह विशिष्ट प्रौद्योगिकियों का विकास हो या प्रमुख उपकरणों का स्वदेशीकरण भारत में निर्माण प्रक्रिया ने सशस्त्र बलों के साथ-साथ उद्योग, दोनों को कई फायदे पहुंचाए हैं।
फिक्की रक्षा और एयरोस्पेस समिति के अध्यक्ष एसपी शुक्ला ने स्वदेशी समाधानों को साकार करने में निजी उद्योग के साथ भागीदारी में भारतीय सेना की शानदार भूमिका की सराहना की। रक्षा उत्पादन विभाग के अतिरिक्त सचिव संजय जाजू ने रक्षा मंत्रालय की स्वदेशीकरण की प्राथमिकताओं पर प्रकाश डाला। वेबिनार में भारतीय सेना ने छह नई मेक-2 परियोजनाओं का अनावरण किया, इनमें मानवरहित प्रणालियों में प्रौद्योगिकियों, वायुरक्षा क्षमताओं को बढ़ाने केलिए ऐसी प्रणालियों का मुकाबला करने वाले प्रौद्योगिकियों के साथ-साथ उभरते समाधान भी शामिल हैं। इन परियोजनाओं का विवरण नोडल अधिकारियों ने भारतीय उद्योग के साथ साझा किया और इनपर उद्योगजगत के सवालों पर एक संवाद सत्र में विचार-विमर्श किया गया। सेना अब प्रत्येक परियोजना के विकास आयामों को विकसित करने केलिए उद्योग केसाथ काम करेगी। इस अवसर पर 'आर्मी मेक प्रोजेक्ट्स 2021' पर पुस्तिका का विमोचन किया गया, जिसमें जारी परियोजनाओं की वर्तमान प्रगति, भारत में निर्माण प्रक्रिया से जुड़ी जानकारी केसाथ नई परियोजनाओं की जानकारी दी गई।