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Friday 3 December 2021 01:56:37 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी एवं जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा हैकि सरकार भारतीय नाविकों की गुणवत्ता में सुधार लाने तथा उनका जीवन आरामदायक बनाने का पूरा प्रयत्न कर रही है। उन्होंने नई दिल्ली में वीसी मोड के जरिए नाविक जीवन पर पुस्तक विमोचन तथा ऑनलाइन योग्यता आधारित परीक्षा लांच की। उन्होंने जहाजरानी के विकास, बंदरगाह नाविकों के प्रशिक्षण केलिए काम करने का आश्वासन दिया तथा अंततोगत्वा समुद्री क्षेत्र में विश्व में अग्रणी देश के रूपमें उभरने की उम्मीद भी जताई। सर्बानंद सोनोवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन का स्मरण किया, जिसे उनके द्वारा मार्च 2021 में लांच किए गए मैरीटाइम इंडिया विजन 2030 में प्रस्तुत किया गया है। सर्बानंद सोनोवाल ने कहाकि भारत सबसे बड़े नाविक आपूर्तिकर्ता देशों में से एक है और हमारे नाविकों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत अधिक मांग है।
जहाजरानी एवं जलमार्ग मंत्री ने उम्मीद जताईकि हितधारक इस रिपोर्ट में उठाए गए मुद्दों का समाधान करने केलिए निश्चित रूपसे समुचित कदम उठाएंगे। जहाजरानी में मानवीय तत्व पर बढ़ रहे फोकस को स्वीकार करते हुए जहाजरानी महानिदेशालय ने नाविकों से संबंधित और उनके सामने आने वाले मुद्दों का अध्ययन करने केलिए विस्तृत अनुसंधान करने की पहल की। यह परियोजना भारतीय राष्ट्रीय जहाज मालिक संघ तथा मैरीटाइम ट्रेनिंग ट्रस्ट द्वारा वित्तपोषित की गई है, इसमें लगभग 100 महिला नाविकों सहित 5000 से अधिक उत्तरदाता शामिल हुए। सर्वे डाटा के विश्लेषण में नाविक जीवन भारतीय नाविकों तथा पूर्व समुद्री छात्रों के जीवन पर एक सर्वे नाम से इस रिपोर्ट में प्रकाशित किया गया है। रिपोर्ट में रोज़गार, प्रशिक्षण, भेदभाव, उत्पीड़न, थकावट, तनाव, प्रेरणा, प्रसन्नता, सुरक्षा, पर्यावरण, बोर्ड पर कार्य करना आदि से संबंधित कुछ बहुत महत्वपूर्ण और कठिन मुद्दों को रेखांकित किया गया, जहां जहाजरानी कंपनियों, समुद्री प्रशिक्षण संस्थानों तथा प्रशासन द्वारा सुधार लाए जाने की आवश्यकता होगी।
योग्यता परीक्षा का ऑनलाइन प्रमाणपत्र एक पूरी तरह डिजिटल आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, मशीन लर्निंग पावर्ड ऑनलाइन परीक्षा प्रणाली है, जो रिमोट प्रॉक्टरिंग तथा मजबूत सुरक्षा तथा एक निष्पक्ष, पारदर्शी और सुरक्षित परीक्षा प्रणाली सुनिश्चित करने केलिए निर्मित्त निगरानी टूल का उपयोग करती है। इस अवसर पर जहाजरानी महानिदेशक अमिताभ कुमार ने कहाकि हम रिमोट डिजिटल प्रॉक्टरिंग तंत्र का उपयोग करते हुए योग्यता के प्रमाणपत्र केलिए अबतक की पहली लिखित परीक्षा लांच कर रहे हैं, हम निश्चित रूपसे दुनिया में तथा समुद्री क्षेत्र में वैसे पहले अग्रणी देश हैं जो ऐसी प्रणाली को लागू कर रहा है। बंदरगाह, जहाजरानी तथा जलमार्ग सचिव डॉ संजीव रंजन ने कहाकि मैरीटाइम इंडिया विजन 2030 के उद्देश्यों में से एक सीओसी आकलन के अंतिम तथा समग्र डिजिटाइजेशन सहित 2022 तक नाविकों के सीओसी आकलन तंत्र को डिजिटाइज तथा अपग्रेड करना था।