स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 21 December 2021 02:08:44 PM
लखनऊ। भारत की आज़ादी के 75 वर्ष के अमृत महोत्सव पर अबतक के सबसे बड़े ड्रोन शो का आयोजन लखनऊ में 1857 की प्रथम क्रांति का साक्षी बनी रेज़ीडेंसी में किया गया। इसकी थीम प्रथम भारतीय स्वाधीनता संग्राम 1857 से 1947 तक की गाथा को आसमान में एकसाथ 500 ड्रोन के माध्यम से संगीत, लेजर लाइट, रंग बिरंगे ड्रोन की कलाबाज़ियों से प्रस्तुत किया गया। आज़ादी के अमृत महोत्सव एवं चौरी चौरा शताब्दी समारोह पर यह ड्रोन शो संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग उत्तरप्रदेश तथा ज़िला प्रशासन लखनऊ ने आयोजित किया था। मेगा ड्रोन शो में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए, साथही उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, केंद्रीय संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी और मंत्रियों ने हिस्सा लिया। इस मौके पर प्रथम स्वतंत्रता संग्राम पर पुस्तक का विमोचन भी किया गया।
संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहाकि उत्तर प्रदेश की धरती पर आज़ादी के कई सपूतों ने जन्म लिया है, भारत की आज़ादी की नींव उत्तर प्रदेश में रखी गई। उन्होंने कहाकि आज हम आज़ाद हैं, हमें जान देने की ज़रूरत नहीं, लेकिन ज़रूरत हैकि हमसब अपने हिस्से के कर्तव्य का सही से निर्वहन करें। संस्कृति राज्यमंत्री ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश प्रगति कर रहा है। ड्रोन शो पर पर्टयन विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने कहाकि आज़ादी के अमृत महोत्सव और चौरी चौरा के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में ड्रोन शो के ज़रिए टेक्नॉलजी के माध्यमसे छात्रों और युवाओं को आज़ादी की घटनाओं केबारे में बताया गया। ड्रोन शो में रूस से 500 ड्रोन मंगाए गए थे तथा रूस से ड्रोन इंजीनियरों की विशेष टीम भी लखनऊ में आई। इससे पहले 2020 में मुंबई में 250 ड्रोन और प्रयागराज कुम्भ में 100 ड्रोन का प्रदर्शन किया गया था।
ड्रोन शो के माध्यम से लोग क्रांति और बलिदान की अमर गाथा को जीवंत होते देखकर मंत्रमुग्ध हो गए, इस दौरान लखनऊ का आसमान जगमगा उठा, देश में यह अबतक का सबसे बड़ा ड्रोन शो था। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय में सचिव गोविंद मोहन ने कहाकि आज़ादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत ये आयोजन न केवल हमारी गौरवशाली विरासत केबारे में चिंतन करने में सहायता करते हैं, बल्कि जनता तक पहुंच बनाने, विशेषकर आज के नौजवानों की नई सोच केसाथ तालमेल बैठाते हुए उन तक पहुंच बनाने में भी हमारी सहायता करते हैं। उन्होंने उल्लेख किया कि इस साल मार्च में आज़ादी के अमृत महोत्सव शुरु होने केबाद से अब तक 13,000 से ज्यादा कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं, जो इसे विश्व का सबसे विशाल स्मरणोत्सव बनाते हैं।