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Sunday 23 January 2022 04:58:49 PM
नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने वर्चुअल मोड से गणतंत्र दिवस शिविर 2022 में भाग लेनेवाले राष्ट्रीय कैडेट कोर के कैडेट्स से बातचीत की और उनमें एक नेता, सैनिक, कलाकार, संगीतकार और सबसे बढ़कर एक अच्छे इंसान के गुणों को स्थापित करने केलिए एनसीसी की खूब प्रशंसा भी की, जो उन्हें एक संपूर्ण व्यक्ति बनाता है। रक्षामंत्री ने एनसीसी कैडेट्स केसाथ वर्चुअल रूपसे बातचीत करने का फैसला किया, क्योंकि वह अभी भी कोविड से पॉजिटिव हैं और सभी प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं। उन्होंने कैडेट्स से कहाकि एनसीसी के छात्र और स्वयं एक शिक्षक होने के नाते वह यह सुनिश्चित करते हैंकि वे एनसीसी के आयोजित किसी भी कार्यक्रम को नहीं छोड़ें। रक्षामंत्री ने कैडेट्स के गुणों को विकसित करने केलिए एनसीसी की सराहना की, ताकि वे अपने रास्ते खुद बना सकें और समाज को नई दिशा दे सकें।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कैडेट्स से अपने जीवन में उद्देश्य खोजने और एनसीसी के पूर्व छात्रों से प्रेरणा लेने का आग्रह किया, जिन्होंने संगठन में सिखाए गए एकता, अनुशासन, सच्चाई, साहस, सद्भाव और नेतृत्व के गुणों को अपनाकर समाज में अपनी पहचान बनाई। उन्होंने कहाकि एनसीसी युवाओं को एकजुट और अनुशासित बल में बदलकर राष्ट्र केलिए महत्वपूर्ण सेवा कर रहा है। रक्षामंत्री ने कड़ी मेहनत को सफलता की कुंजी बताते हुए एनसीसी कैडेट्स से क्षुद्र ईर्ष्या और क्षेत्रों, धर्मों, जातियों एवं वर्गों के दिल को छू लेनेवाले पूर्वाग्रह से प्रगति की नई सुबह तक केलिए संघर्ष करने का आग्रह किया। उन्होंने सामान्य भलाई के अनुरूप स्वतंत्रता के उच्चतम स्तर का आनंद लेते हुए पुरुषों और महिलाओं केबीच समानता का आह्वान किया। रक्षामंत्री ने समय केसाथ खुद को ढालने और भारतीय मूल्यों, परंपराओं एवं उस बदलाव को लाने में मानवता की भावना को आगे बढ़ाने पर समान रूपसे जोर दिया।
राजनाथ सिंह ने स्वामी विवेकानंद की एक कहावत का हवाला दिया, जिसमें उनका कहना थाकि आप शेर हैं, आप आत्मा हैं, शुद्ध, अनंत और परिपूर्ण हैं, ब्रह्मांड की शक्ति आपके भीतर है। रक्षामंत्री ने एनसीसी कैडेट्स को बड़े सपने देखने व भय और संदेह की बेड़ियों को तोड़कर अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने केलिए लगन से काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहाकि अपने जीवन में कुछ नया बनाने केलिए एक दृष्टि केसाथ आगे बढ़ें, कुछ ऐसा करें, जो उच्चतम श्रेणी का हो, कुछ ऐसा जो आपको सफल बनाता है और देश को गौरवांवित करता है। दिल्ली कैंट स्थित एनसीसी सभागार में कार्यक्रम के दौरान एनसीसी कैडेट्स ने रक्षामंत्री को शत-शत नमन गीत की रंगारंग प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में इस वर्ष के रक्षामंत्री पदक और प्रशस्तिपत्र के विजेताओं की भी घोषणा की गई।
गौरतलब हैकि रक्षामंत्री पदक की स्थापना 1989 में की गई थी और तबसे यह हर साल सर्वोच्च क्रम की बहादुरी या असाधारण सेवा केलिए सबसे योग्य कैडेट्स और प्रशिक्षकों को सम्मानित करने केलिए दिया जाता है। इस वर्ष का रक्षामंत्री पदक दिल्ली निदेशालय की कैडेट दिव्यांशी और कर्नाटक एवं गोवा निदेशालय के लेफ्टिनेंट अक्षय दीपकराव मांडलिक को प्रदान किया जाएगा। गुजरात निदेशालय के कैडेट कैप्टन धीरज सिंह, महाराष्ट्र निदेशालय के एसयूओ सोमेश मनोज सिन्हा, उत्तर पूर्व क्षेत्र निदेशालय के एसयूओ केएच मोनिता सिंघा और पश्चिम बंगाल व सिक्किम निदेशालय के कैडेट आदर्श शर्मा को रक्षामंत्री प्रशस्तिपत्र दिए जाएंगे। कार्यक्रम में एनसीसी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह, रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और सैन्य अधिकारी शामिल हुए।