स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Thursday 10 February 2022 02:27:05 PM
नई दिल्ली। अटल टनल को आधिकारिक तौरपर वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने 10,000 फीट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग के रूपमें मान्यता दी है। नई दिल्ली में एक ऐतिहासिक समारोह के दौरान सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने मनाली को लाहौल-स्पीति घाटी से जोड़ने वाली इस उत्कृष्ट इंजीनियरिंग के निर्माण में सीमा सड़क संगठन की शानदार उपलब्धि केलिए पुरस्कार प्राप्त किया। गौरतलब हैकि वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स यूके, एक ऐसा संगठन है, जो मान्यता प्राप्त प्रमाणीकरण केसाथ दुनियाभर में असाधारण रिकार्ड्स को सूचीबद्ध तथा सत्यापित करता है।
दूरदर्शी परियोजना और राष्ट्र का गौरव अटल टनल को 3 अक्टूबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को समर्पित किया था। रणनीतिक रूपसे काफी महत्वपूर्ण 9.02 किलोमीटर लंबी अटल टनल रोहतांग दर्रे से गुजरती है, इसका निर्माण मनाली-लेह राजमार्ग पर अत्यंत कठिन इलाके में ठंड के तापमान की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में किया गया था। इसके निर्माण से पहले तक यह राजमार्ग लाहौल और स्पीति को मुख्य भूमि से अलग करते हुए सर्दियों के मौसम में छह महीने तक बंद रहा करता था। अटल टनल के निर्माण से मनाली-सरचू सड़क पर 46 किलोमीटर की दूरी और यात्रा के समय में चार से पांच घंटे तक की कमी आई है, जिससे मनाली-लेह राजमार्ग पर सभी मौसमों में कनेक्टिविटी उपलब्ध हो गई है।
हिमालय के पीर पंजाल पर्वतमाला में तैयार की गई अटल टनल सुरंग का निर्माण तकनीकी और इंजीनियरिंग कौशल की उतनी ही कठिन परीक्षा थी, जितनी मानव सहनशक्ति और मशीनी प्रभावकारिता की। इसका निर्माण अत्यंत कठोर एवं चुनौतीपूर्ण इलाके में किया गया है, जहां सर्दियों में तापमान शून्य से 25 डिग्री सेल्सियस नीचे चला जाता है और अक्सर सुरंग के अंदर का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ जाता है। इसको बनाते समय नाजुक भूविज्ञान और सेरी नाला के रिसाव जैसी समस्याएं सामने आई हैं, जो अटल सुरंग में बाढ़ का कारण बनती हैं। इसके साथही उच्च भार और अत्यधिक बर्फबारी के रूपमें कुछ प्रमुख निर्माण दिक्कतें भी थीं, लेकिन बीआरओ के कर्मचारियों ने इन चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया।
सीमा सड़क संगठन ने अपने आदर्श वाक्य 'कनेक्टिंग प्लेस कनेक्टिंग पीपल' के अनुरूप अटल टनल रोहतांग में आधुनिक इंजीनियरिंग का यह चमत्कारिक निर्माण किया है। यह सुरंग देश के महत्वपूर्ण लद्दाख क्षेत्र को एक वैकल्पिक लिंक मार्ग उपलब्ध कराकर सशस्त्र बलों को रणनीतिक लाभ देने के अलावा हिमाचल प्रदेश के लाहौल और स्पीति जिले के निवासियों के लिए भी एक वरदान बन रही है। अटल टनल के निर्माण से इस क्षेत्र में पर्यटकों के आगमन में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। एक वर्ष से कुछ अधिक समय में ही घाटी और राज्य ने सामाजिक-आर्थिक क्षेत्र में तेजी से विकास हुआ है। अटल टनल इस क्षेत्र के भविष्य के विकास में एक परिभाषित भूमिका निभाने केलिए नियत है।