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Friday 18 February 2022 03:51:07 PM
नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज नई दिल्ली में डेफएक्सपो-2022 की तैयारियों की समीक्षा करते हुए इसे भूमि, नौसेना और होमलैंड सुरक्षा प्रणालियों केबारे में होने वाली एशिया की सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी बताया। उन्होंने कहाकि मेगा डेफएक्सपो 10 से 14 मार्च तक गुजरात के गांधीनगर में आयोजित किया जाएगा, जो विश्व की सबसे बड़ी रक्षा अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनियों मेंसे एक होगा। उन्होंने कहाकि डेफएक्सपो के इस 12वें संस्करण में व्यापक रूपसे घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय रुचि देखी जा रही है, क्योंकि देश में कोविड-19 मामलों में कमी के कारण स्वास्थ्य प्रोटोकॉल में ढील दी गई है। उन्होंने बतायाकि इस मेगा आयोजन केलिए अबतक 930 प्रदर्शक पंजीकरण करा चुके हैं और आनेवाले दिनों में यह संख्या बढ़कर 1,000 से अधिक होने की उम्मीद है। रक्षामंत्री ने बतायाकि विदेशों के रक्षामंत्रियों के शामिल होने की पुष्टि प्राप्त हो रही है, जो पूर्व-कोविड समय के दौरान लखनऊ में फरवरी 2020 में प्रदर्शनी के पिछले संस्करण के अनुरूप ही है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस कार्यक्रम की अवधि एक दिन केलिए बढ़ा दी है, अब प्रदर्शनी 10 से 14 मार्च 2022 तक आयोजित की जाएगी, यह तीन व्यावसायिक दिनों तक रक्षा, व्यवसाय की सुविधा प्रदान करेगी और इसे दो सार्वजनिक दिनों केदौरान गुजरात के युवा उद्यमियों और कॉलेज एवं स्कूल सहस्राब्दी केलिए समावेशी बनाया गया है। उन्होंने बतायाकि डेफएक्सपो-2022 को एक हाइब्रिड प्रदर्शनी के रूपमें आयोजित किया जाएगा, जिसमें भौतिक और वर्चुअल दोनों तरह के ही स्टॉल होंगे, इससे यह अधिक जुड़ाव सुनिश्चित करेगा, क्योंकि प्रदर्शक भौतिक और वर्चुअल दोनों तरीकों से ही उपस्थित जनों की जरूरत पूरा करने में समर्थ होंगे। रक्षामंत्री ने बतायाकि वर्चुअल रूपसे उपस्थित जन सेमिनार में भाग ले सकते हैं, प्रदर्शकों और प्रतिनिधियों केसाथ बातचीत कर सकते हैं, वे बिजनेस-टू-बिजनेस (बी2बी) बैठकों का आयोजन कर सकते हैं और उत्पाद विवरण और सहायक वीडियो देख सकते हैं।
रक्षामंत्री कहाकि प्रदर्शनी की तीन स्थल प्रारूप में योजना बनाई जा रही है-हेलीपैड प्रदर्शनी केंद्र में प्रदर्शनी, महात्मा मंदिर सम्मेलन एवं प्रदर्शनी केंद्र में कार्यक्रम और सेमिनार तथा साबरमती रिवरफ्रंट पर जनता केलिए लाइव प्रदर्शन और प्रदर्शनी में अनिवार्य रूपसे मास्क पहनना, संपर्कहीन बातचीत, श्वसन स्वच्छता आदि सभी स्थानों पर प्रचलित स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के अनुरूप सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू किए जाएंगे। उन्होंने बतायाकि गर्व की भावना पैदा करने केलिए डेफएक्सपो का विषय 'पथ से गौरव' रखा गया है, अपने किस्म की इस पहली पहल में प्रथम में प्रथम होने के भारत के संकल्प को प्रदर्शित किया जाएगा। रक्षामंत्री कहाकि सबसे आगे स्वदेशी तकनीकी और लॉजिस्टिक कौशल केसाथ इसमें रक्षा उद्योग, स्टार्ट-अप और एमएसएमई के प्रदर्शन के साथ-साथ इसमें भाग ले रहे विदेशी ओरिजनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स केसाथ ठोस साझेदारी को मजबूत करने केलिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा।
राजनाथ सिंह ने कहाकि डेफएक्सपो-2022 भारत के व्यवसाय हितों को आगे बढ़ाने और क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को और मजबूत करने की दिशा में वैश्विक पहल करने केलिए भारत के संकल्प का प्रतीक है। उन्होंने गुजरात सरकार के सहयोग से रक्षा मंत्रालय के प्रबंधनों की सराहना करते हुए डेफएक्सपो-2022 के सुरक्षित और सफल आयोजन केबारे में विश्वास व्यक्त किया। रक्षामंत्री ने डेफएक्सपो-2022 मोबाइल ऐप भी लॉंच किया, यह इस योजना से संबंधित सभी मुद्दों केलिए एक इंटरैक्टिव और उपयोगकर्ता के अनुकूल एक इंटरफेस है। यह ऐप एंड्रॉइड/ आईओएस प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है, जिसमे प्रदर्शकों, उपस्थित जनों और मीडिया की सहायता केलिए विशेष सुविधाएं हैं। यह प्रदर्शकों, कार्यक्रम, वक्ताओं, स्थल के नक्शे, गाड़ी चालन निर्देशों और प्रकाशनों केसाथ आगंतुकों और प्रदर्शकों केबार में जानकारी भी प्रदान करता है। प्रतिनिधि, आतिथ्य प्रबंधन और स्वच्छता संबंधी मुद्दों सहित संरचित फीडबैक को भी इस ऐप में शामिल किया गया है।
उल्लेखनीय है कि 2 सितंबर 2021 को एकतानगर में रक्षामंत्री की डेफएक्सपो-2022 की समीक्षा के दौरान ही भारत सरकार और गुजरात सरकार केबीच भूमिकाओं और जिम्मेदारियों को परिभाषित करने वाले एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे, तब रक्षामंत्री ने बताया थाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' के विजन और स्वदेशी रक्षा विनिर्माण क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने केलिए सरकार की नीतियों को ध्यान में रखते हुए व्यापक भागीदारी होगी। रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट, रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार, उप सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे, वित्तीय सलाहकार (रक्षा सेवाएं) संजीव मित्तल, रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और सैन्य अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।