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'सरकार सुरक्षाकर्मियों के कल्याण हेतु कटिबद्ध'

गृहमंत्री ने की शांति बहाली केलिए जम्मू-कश्मीर पुलिस की प्रशंसा

शहीद सुरक्षाकर्मियों के परिजनों को अनुकंपा पर नियुक्ति पत्र सौंपे

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 19 March 2022 01:27:09 PM

hand over compassionate appointment letters to the families of martyred security personnel

जम्मू। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू और कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं में शहीद हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस के बहादुर जवानों के परिजनों को जम्मू में अनुकंपा के आधार पर नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे और कहा हैकि जम्मू-कश्मीर को सुरक्षित रखने के उनके समर्पण और वीरता पर पूरे देश को गर्व है। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार जम्मू और कश्मीर के सभी पुलिसकर्मियों एवं उनके परिजनों के कल्याण हेतु कटीबद्ध है। गृहमंत्री ने कई मौकों और मंचों पर जम्मू-कश्मीर में शांति बहाल करने में अपनी अनुकरणीय भूमिका निभा रही जम्मू और कश्मीर पुलिस की प्रशंसा की है। अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति आदेश प्राप्त करने वालों में हैं-पूजा देवी को जम्मू जिले में पंचायत सचिव नियुक्त किया गया है, वे शहीद सार्जेंट रोहित कुमार की पत्नी हैं।
सार्जेंट रोहित कुमार को जून 2011 में जम्मू और कश्मीर कार्यकारी पुलिस में कांस्टेबल के रूपमें नियुक्त किया गया था। रोहित कुमार अपने करियर की शुरुआत से ही आतंकवाद विरोधी अभियानों से जुड़े रहे और आतंकवाद विरोधी ग्रिड में सबसे आगे रहे। उनकी वीरतापूर्ण कार्रवाई केलिए उन्हें 7 जुलाई 2017 को कांस्टेबल के पद से सार्जेंट के रूपमें पदोन्नत किया गया था। कुलगाम जिले के एक पुलिस दल ने 12 जनवरी 2022 को सेना केसाथ कुलगाम के गांव सहपोरा परिवान में आतंकवादियों की मौजूदगी की विशेष सूचना पर घेराबंदी की और तलाशी अभियान शुरू किया। जब नागरिकों को निकाला जा रहा था, तब आतंकवादियों ने पुलिस पार्टी पर गोलीबारी की, जिसके परिणामस्वरूप सेना के तीन जवान और सार्जेंट रोहित कुमार घायल हो गए, बाद में उन्होंने दम तोड़ दिया। इस मुठभेड़ में पाकिस्तान के एक खूंखार आतंकवादी बाबर का भी सफाया किया गया था। इफरा याकूब को उद्योग एवं वाणिज्य विभाग में अर्दली सह चौकीदार के पद पर नियुक्त किया गया है। वे शहीद हैड कांस्टेबल मोहम्मद याकूब शाह के बेटी हैं।
मोहम्मद याकूब शाह फरवरी 1992 में जम्मू-कश्मीर सशस्त्र पुलिस में कांस्टेबल के रूपमें शामिल हुए थे, अपनी ड्यूटी पूरी करने केबाद 13 अगस्त 2014 को वे एक पुलिस जिप्सी में अपने कंपनी मुख्यालय बिजबेहरा अनंतनाग जा रहे थे, तब पुलवामा के गलांदर पंपोर में आतंकवादियों ने उनकी गाड़ी पर हमला किया। इस घटना में उन्होंने देश केलिए सर्वोच्च बलिदान दिया। वे अपने पीछे वृद्ध माता-पिता, पत्नी, नाबालिग बेटे और बेटी छोड़ गए। आबिद बशीर को जम्मू-कश्मीर पुलिस में फ़ोलोवर के पद पर नियुक्त किया गया है। वे शहीद कांस्टेबल बशीर अहमद शेख के पुत्र हैं। बशीर अहमद शेख को जुलाई 1991 में जम्मू-कश्मीर कार्यकारी पुलिस में कांस्टेबल के रूपमें नियुक्त किया गया था और वे अपनी मृत्यु तक श्रीनगर जिले में तैनात रहे। आतंकवादियों ने 29/30 जनवरी 2000 की मध्यरात्रि के दौरान रबीतर ब्रिज गांदरबल में एक पुलिस दल पर हमला किया, जिसमें कांस्टेबल बशीर अहमद शेख शहीद हो गए। मोहसिन मुश्ताक को जम्मू-कश्मीर पुलिस में फ़ोलोवर के रूपमें नियुक्ति दी गई है। वे फ़ोलोवर मुश्ताक अहमद के पुत्र हैं।
मुश्ताक अहमद मई 1990 में जम्मू-कश्मीर पुलिस में शामिल हुए थे और वे अपनी मृत्यु तक जेकेएपी की 8वीं बटालियन में तैनात रहे। आतंकवादियों ने 9 मई 1993 को बांदीपोरा में मुख्य मार्ग कुनान पर बीएसएफ के एक गश्ती दल पर गोलीबारी की। सुरक्षाबलों ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें एक आतंकवादी मारा गया, हालांकि क्रॉस फायर में फ़ोलोवर मुश्ताक अहमद की भी मृत्यु हो गई। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अक्टूबर 2021 में जम्मू और कश्मीर की अपनी पिछली यात्रा के दौरान श्रीनगर में शहीद निरीक्षक परवेज अहमद डार के घर गए थे और 2019 में उन्होंने शहीद इंस्पेक्टर अरशद खान की पत्नी को नियुक्ति पत्र सौंपा था। इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह तथा जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह भी मौजूद थे।

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