Wednesday 23 March 2022 04:12:39 PM
दिनेश शर्मा
देहरादून। भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व ने एक बार फिर उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी की क्षमताओं पर यकीन करते हुए उन्हें उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बना दिया है। पुष्कर सिंह धामी को आज देहरादून के परेड मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपाशासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों, कई केंद्रीय मंत्री, साधु-संतों, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारियों, विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य नागरिकों और बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में राज्यपाल सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। इस मौके पर उनके साथ आठ और मंत्रियों को भी मंत्रिपद की शपथ दिलाई गई।
पुष्कर सिंह धामी के शपथ ग्रहण में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे तो यह देवभूमि फिरसे भगवामय नज़र आई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ जिन आठ मंत्रियों ने शपथ ली है वे हैं-सतपाल महाराज, प्रेमचंद अग्रवाल, धनसिंह रावत, सुबोध उनियाल, गणेश जोशी, रेखा आर्या, चंदन रामदास और सौरभ बहुगुणा। उत्तराखंड में पहलीबार कोई महिला ऋतु खंडूरी विधानसभा की अध्यक्ष बनाई गई हैं। ऋतु खंडूरी पूर्व केंद्रीय मंत्री भुवनचंद खंडूरी की पुत्री हैं। मंत्री सौरभ बहुगुणा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हेमवतीनंदन बहुगुणा के पौत्र एवं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे विजय बहुगुणा के पुत्र हैं। पुष्कर सिंह धामी मंत्रिमंडल में कुमाऊँ मंडल से तीन और गढ़वाल से पांच कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। इसबार पुराने चेहरों के बजाए नए चेहरों को प्राथमिकता दी गई है। इस मंत्रिमंडल में चंदन रामदास और रेखा आर्या दलित चेहरे हैं। पिछली विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष रहे प्रेमचंद अग्रवाल को इसबार मंत्री बनाया गया है। धामी सरकार में दो महिलाओं को विभिन्न रूपोंमें प्रतिनिधित्व दिया जाना भाजपा की उत्तराखंड में महिला सशक्तिकरण की पहल मानी जा रही है।
उत्तराखंड में भाजपा की प्रचंड जीत में उत्तर प्रदेश की तरह महिला वर्ग का निर्णायक योगदान माना जाता है। गौरतलब हैकि उत्तराखंड में भाजपा में आए गतिरोध के कारण भाजपा सरकार में तीन बार नेतृत्व परिर्वतन करना पड़ा, जिसमें पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाते हुए उनके नेतृत्व में विधानसभा चुनाव कराया गया था। चुनाव तैयारी का कम समय रह जाने के कारण पुष्कर सिंह धामी के सामने भाजपा को जिताने की अत्यंत कठिन चुनौती थी, लेकिन पुष्कर सिंह धामी इसका सामना करने में सफल हुए, यद्यपि खटीमा से स्वयं चुनाव हार गए। उत्तराखंड में माना गया कि पुष्कर सिंह धामी भाजपा केलिए न केवल भाग्यशाली सिद्ध हुए हैं, अपितु अपनी निजी पराजय के बावजूद नेतृत्व के सामने अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की है, उन्होंने भाजपा को प्रचंड जीत दिलाई है, जिसे प्रधानमंत्री सहित सभी ने स्वीकार किया और विभिन्न कयासों के बीच उनपर फिर से विश्वास व्यक्त किया। भाजपा नेतृत्व के इस फैसले की सर्वत्र सराहना भी हुई है। विश्वास किया जाता हैकि पुष्कर सिंह धामी अपनी जिम्मेदारी को निभाने और सबको साथ लेकर चलने में सफल सिद्ध होंगे। धामी मंत्रिमंडल में अभी कोई राज्यमंत्री नहीं है और संभावना व्यक्त की जा रही है कि जल्द ही धामी मंत्रिमंडल का विस्तार भी होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देहरादून में भव्य शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होकर पुष्कर सिंह धामी को फिरसे उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनाए जाने पर बधाई और उनके सफलतापूर्वक सरकार चलाने केलिए शुभकामनाएं दी हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि इन पांच वर्ष में देवभूमि ने हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति की है और उन्हें विश्वास हैकि वे और उनके सभी मंत्री उसे और गति प्रदान करेंगे, जनआकांक्षाओं के अनुरूप विकास का एक नया प्रतिमान स्थापित करेंगे। इसपर पुष्कर सिंह धामी ने कहा हैकि मुझे उत्तराखंड राज्य के ‘मुख्य सेवक’ का पुनः दायित्व दिए जाने पर मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिहं सहित भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का आभार प्रकट करता हूं। उन्होंने संतों का भी आभार जताया और कहाकि संतसेवा में राष्ट्रसेवा का भाव निहित है। पुष्कर सिंह धामी ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा थाकि भारत को आधुनिक और समृद्ध बनाने में साधु-संतों का योगदान अहम है, हम सभी भाजपा कार्यकर्ता सम्पूर्ण संगठन शक्ति के साथ जनसेवा के माध्यम से राष्ट्रसेवा हेतु सदैव संकल्पित है। पुष्कर सिंह धामी को बधाईयां और शुभकामनाएं देने वालों का तांता लगा है।