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Wednesday 4 May 2022 11:41:01 AM
कोपेनहेगन। डेनमार्क में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जोरदार स्वागत हुआ है। बहुत बड़ी बात हैकि डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन सारे प्रोटोकॉल तोड़कर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत केलिए हवाई पट्टी पर पहुंचीं और उनका शानदार स्वागत किया। डेनमार्क की महारानी मार्गरेट द्वितीय ने भी कोपेनहेगन के ऐतिहासिक अमालियनबोर पैलेस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जोरदार स्वागत किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डेनमार्क के राजसिंहासन पर महारानी के आरोहण की स्वर्ण जयंती पर उन्हें बधाई दी। प्रधानमंत्री ने हाल के वर्षों में भारत-डेनमार्क के संबंधों की बढ़ती प्रगाढ़ता विशेषकर हरित रणनीतिक साझेदारी के विषय के बारेमें महारानी को अवगत कराया। प्रधानमंत्री ने सामाजिक सरोकारों को आगे बढ़ाने में डेनमार्क के शाही परिवार की भूमिका की भी प्रशंसा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने शानदार आतिथ्य सत्कार केलिए महारानी को धन्यवाद दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। दोनों नेताओं ने आमने-सामने के प्रारूप में बातचीत की, जिसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। दोनों प्रधानमंत्रियों ने भारत-डेनमार्क हरित सामरिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा की। इस बातचीत में अक्षय ऊर्जा, खासतौर पर अपतटीय पवन ऊर्जा एवं ग्रीन हाइड्रोजन और साथही साथ कौशल विकास, स्वास्थ्य, शिपिंग, जल तथा आर्कटिक में सहयोग जैसे विषय शामिल रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के प्रमुख कार्यक्रमों में डेनमार्क की कंपनियों के सकारात्मक योगदान की प्रशंसा की। डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन ने डेनमार्क में भारतीय कंपनियों की सकारात्मक भूमिका पर प्रकाश डाला। दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच लोगों के बढ़ते संबंधों की सराहना की और प्रवासन व गतिशीलता साझेदारी पर आशय घोषणा का स्वागत किया।
भारत-डेनमार्क के नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता केबाद एक संयुक्त वक्तव्य अपनाया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन ने कोपेनहेगन में बेला सेंटर में भारतीय समुदाय को संबोधित किया और उनके साथ बातचीत की। डेनमार्क में भारतीय समुदाय के 1000 से अधिक सदस्यों, जिनमें छात्र, शोधकर्ता, पेशेवर और व्यवसायी शामिल थे ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन की गर्मजोशी एवं भारतीयों के प्रति सम्मान की सराहना की और इस बात पर जोर दियाकि दोनों देश हरित विकास केलिए मौलिक समाधान खोजने में मिलकर काम कर सकते हैं। उन्होंने डेनमार्क में भारतीय समुदाय की सकारात्मक भूमिका की सराहना की। उन्होंने भारत की आर्थिक क्षमता पर प्रकाश डाला तथा भारत एवं डेनमार्क के बीच और अधिक सहयोग को आमंत्रित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर अपने प्रेस वक्तव्य में भारतीय प्रतिनिधिमंडल के डेनमार्क में शानदार स्वागत और मेजबानी केलिए डेनमार्क की प्रधानमंत्री और डेनमार्क के लोगों को धन्यवाद दिया। नरेंद्र मोदी ने कहाकि खूबसूरत देश डेनमार्क में यह उनकी पहली यात्रा है, पिछले वर्ष अक्तूबर में उन्हें डेनमार्क की प्रधानमंत्री का भारत में स्वागत करने का अवसर प्राप्त हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि इन दोनों यात्राओं से हम अपने संबंधों में निकटता ला पाए हैं, इन्हें गतिशील बना पाए हैं, हमारे दोनों देश लोकतंत्र, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और कानून के शासन जैसे मूल्यों को तो साझा करते ही हैं, साथमें हम दोनों की कई पूरक ताकतें भी हैं। नरेंद्र मोदी ने कहाकि अक्तूबर 2020 में भारत-डेनमार्क आभासी शिखर सम्मेलन केदौरान हमने अपने संबंधों को हरित रणनीतिक साझेदारी का दर्जा दिया था और चर्चा के दौरान हमने अपनी ग्रीन स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप की संयुक्त कार्य-योजना की समीक्षा की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि खुशी हैकि नवीकरणीय ऊर्जा, स्वास्थ्य, बंदरगाहों, शिपिंग, सर्कुलर इकोनामी तथा जल प्रबंधन के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है, 200 से अधिक डेनिश कंपनियां भारत में विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही हैं जैसे-पवन ऊर्जा, शिपिंग, कंसल्टेंसी, खाद्य प्रसंस्करण, इंजीनियरिंग ऐसे कई क्षेत्र हैं, इन्हें भारत में बढ़ते 'व्यापार करने में आसानी' और हमारे व्यापक आर्थिक सुधारों का लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहाकि भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर और ग्रीन इंडस्ट्रीज में डेनिश कम्पनीज और डेनिश पेंशन फंड के लिए निवेश के बहुत अवसर हैं। नरेंद्र मोदी ने कहाकि हमने भारत-ईयू रिश्तों, इंडो-पैसिफिक और यूक्रेन सहित कई क्षेत्रीय तथा वैश्विक मुद्दों पर भी बातचीत की। उन्होंने आशा व्यक्त कीकि भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत यथाशीघ्र होगी। उन्होंने कहाकि हमने एक मुफ़्त, खुला, समावेशी और नियम आधारित इंडो-पसिफ़िक क्षेत्र सुनिश्चित करने पर जोर दिया। नरेंद्र मोदी ने कहाकि हमने यूक्रेन में तत्काल युद्धविराम और समस्या के समाधान केलिए बातचीत और कूटनीति का रास्ता अपनाने की अपील की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डेनमार्क यात्रा के दौरान हस्ताक्षरित एवं घोषित समझौतों की सूची-प्रवासन और गतिशीलता पर आशय की घोषणा, बंदरगाह नौवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय और डेनमार्क के व्यापार, उद्योग और वित्तीय मामलों के मंत्रालय केबीच ग्रीन शिपिंग में उत्कृष्टता केंद्र पर आशय पत्र, वर्ष 2022-2026 के वर्षों केलिए संस्कृति मंत्रालय और डेनमार्क के संस्कृति मंत्रालय केबीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम, जलशक्ति मंत्रालय और डेनमार्क के पर्यावरण मंत्रालय के बीच आशय पत्र, कौशल विकास, व्यावसायिक शिक्षा और उद्यमिता के क्षेत्रमें सहयोग पर समझौता ज्ञापन, पशुपालन और डेयरी के क्षेत्र में सहयोग पर आशय की संयुक्त घोषणा, मंत्रिस्तरीय स्तरपर ऊर्जा नीति वार्ता का शुभारंभ, भारत इंटरनेशनल सेंटर फॉर एंटी-माइक्रोबियल रेजिस्टेंस सॉल्यूशन के मिशन पार्टनर के रूपमें शामिल होगा, स्टार्ट-अप सहयोग की सुविधा केलिए इन्वेस्ट इंडिया और डेनमार्क के तकनीकी विश्वविद्यालय के बीच आशय पत्र।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि हमने जलवायु क्षेत्र में अपने सहयोग पर चर्चा की, भारत ग्लासगो COP-26 में लिए गए संकल्पों को पूरा करने केलिए प्रतिबद्ध है, हम आर्कटिक क्षेत्र में सहयोग के अधिक अवसर तलाशने पर सहमत हुए हैं। प्रधानमंत्री ने विश्वास जतायाकि डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन के नेतृत्व में भारत और डेनमार्क के संबंध नई ऊंचाई प्राप्त करेंगे। नरेंद्र मोदी ने दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने केलिए भी उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने भारतीय डायस्पोरा के कार्यक्रम में शामिल होने केलिए प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन को धन्यवाद किया और कहाकि यह भारतीय समुदाय केप्रति उनके असीम प्यार का प्रतीक है।