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Monday 30 May 2022 02:54:24 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉंफ्रेंसिंग जरिएपीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना केतहत दी जाने वाली सुविधाएं जारी कीं और बच्चों से बात करते हुए कहा हैकि वे प्रधानमंत्री के तौरपर नहीं, बल्कि उनके परिवार के सदस्य के तौरपर उनसे बात कर रहे हैं। उन्होंने कहाकि मैं जानता हूं कोरोना की वजह से जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके जीवन में आया ये बदलाव कितना मुश्किल है, कितना कठिन है, आज जो बच्चे हमारे साथ हैं, जिनके लिए ये कार्यक्रम हो रहा है, उनकी तकलीफ शब्दों में कहना मुश्किल है। उन्होंने कहाकि ऐसी चुनौतियों में पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन सभी ऐसे कोरोना प्रभावित बच्चों की मुश्किलें कम करने का एक छोटा सा प्रयास है, जिनके माता और पिता, दोनों नहीं रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान स्कूल जानेवाले बच्चों को छात्रवृत्ति हस्तांतरित कीं, पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन की पासबुक और आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना केतहत स्वास्थ्य कार्ड भी सौंपे। उन्होंने कहाकि यह इस बात का भी प्रतिबिंब हैकि हर देशवासी पूरी संवेदनशीलता से उनके साथ है। उन्होंने कहाकि पीएम केयर्स के जरिए ऐसे बच्चों की कॉपी-किताबों और यूनिफॉर्म्स के खर्चों को उठाया जाएगा, अगर किसी को प्रॉफेशनल कोर्स एवं हायर एजुकेशन केलिए एजुकेशन लोन चाहिए होगा तो पीएम केयर्स उसमें भी मदद करेगा। नरेंद्र मोदी ने बतायाकि रोजमर्रा की दूसरी जरूरतों केलिए अन्य योजनाओं के माध्यम से उनके लिए 4 हजार रुपए हर महीने की व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने कहाकि जब वे अपनी स्कूल की पढ़ाई पूरी कर लेंगे तो आगे भविष्य के सपनों केलिए और भी पैसों की जरूरत होगी, इसके लिए 18 साल से 23 साल तक के युवाओं को हर महीने वेतन मिलेगा और जब वे 23 साल के होंगे, तब 10 लाख रुपए एकसाथ उनको मिलेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि ये प्रयास किसी एक व्यक्ति, एक संस्था या सरकार मात्र के नहीं हैं, पीएम केयर्स में हमारे करोड़ों देशवासियों ने सेवा और त्याग की भावना से अपनी मेहनत और अपने पसीने की कमाई को जोड़ा है, इसमें किसी ने अपने पूरे जीवन की कमाई दान करदी है तो किसी ने अपने सपनों केलिए जोड़ी गई पूंजी भी दान करदी है। उन्होंने कोविड-19 महामारी की वजह से 11 मार्च 2020 से 28 फरवरी 2022 की अवधि के दौरान अपने माता-पिता दोनों या कानूनी अभिभावक या दत्तक माता-पिता या जीवित माता-पिता को खोने वाले बच्चों की सहायता करने के उद्देश्य से पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना शुरू की गई है। प्रधानमंत्री ने बतायाकि पीएम केयर्स का उद्देश्य बच्चों के रहने एवं खाने की व्यवस्था करना, शिक्षा एवं छात्रवृत्ति के माध्यम से उन्हें सशक्त बनाना, उनके आत्मनिर्भर अस्तित्व केलिए 23 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर उन्हें 10 लाख रुपये की वित्तीय सहायता से लैस करके और स्वास्थ्य बीमा से उनका कल्याण सुनिश्चित करते हुए उनकी व्यापक देखभाल और सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों के पंजीकरण केलिए pmcaresforchildren.in नाम के पोर्टल का भी शुभारंभ किया, जो एकल खिड़की प्रणाली है और यह बच्चों केलिए अनुमोदन की प्रक्रिया तथा अन्य सभी सहायता की सुविधा प्रदान करती है। उन्होंने एक विशेष संवाद सेवा भी शुरू की, संवाद हेल्पलाइन पर विशेषज्ञों एवं मनोवैज्ञानिक विषयों पर भी बच्चे सलाह ले सकते हैं, उनसे चर्चा कर सकते हैं। उन्होंने कहाकि आज जब हमारी सरकार अपने 8 वर्ष पूरे कर रही है तो देश का आत्मविश्वास, देशवासियों का खुदपर भरोसा अभूतपूर्व है, सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास-सबका प्रयास के मंत्र पर चलते हुए भारत अब तेजगति से विकास कर रहा है। कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, राज्यों के मुख्यमंत्री और बच्चे एवं अभिभावक भी ऑनलाइन रूपसे शामिल हुए।