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Thursday 21 July 2022 12:57:57 PM
नई दिल्ली। राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम यानी एनटीपीसी और मासेन यानी सतत ऊर्जा केलिए मोरक्को की एजेंसी ने नई दिल्ली में हुए भारत-अफ्रीका विकास साझेदारी पर 17वें भारतीय उद्योग परिसंघ-सीआईआई आयात निर्यात-एक्जिम बैंक सम्मेलन के दौरान अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग केलिए समझौता किया है। सम्मेलन में कई अफ्रीकी देशों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। इस दौरान अफ्रीका में विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय और अफ्रीकी कंपनियों केबीच निवेश और सहयोग को बढ़ावा देने केलिए विचार-विमर्श किया गया। भारत-अफ्रीका साझेदारी परियोजना पर सीआईआई-एक्जिम बैंक कॉन्क्लेव को वर्ष 2005 में भारत सरकार के विदेश मंत्रालय तथा वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के सहयोग से शुरू किया गया था। सोलह संस्करणों में कॉन्क्लेव ने अफ्रीका में भारतीय कंपनियों को पहचान स्थापित करने और व्यापार विकसित करने केलिए प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मोरक्को के राजा के भारत में राजदूत मोहम्मद मलिकी और भारत सरकार के विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव पुनीत कुंडल की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। मोरक्को की मासेन आसेन कंपनी कार्यकारी निदेशक संचालन और कार्यकारी निदेशक विकास रचिद बाएद और भारत की एनटीपीसी लिमिटेड के मुख्य महाप्रबंधक और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार प्रमुख नरिंदर मोहन गुप्ता ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर समारोह ऊर्जा सुरक्षा केलिए सहयोग और वैकल्पिक स्रोतों के उपयोग विषय पर हुए सत्र का भाग था। सत्र में अब्दुल जोबे गाम्बिया गणराज्य के पेट्रोलियम और ऊर्जा मंत्री, अजय माथुर महानिदेशक अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन और पुनीत कुंडल संयुक्त सचिव विदेश मंत्रालय भारत सरकार, एनटीपीसी और मासेन प्रतिनिधि, राशिद बाएद और नरिंदर मोहन गुप्ता, डॉ प्रदीप सिंह राजपुरोहित, संयुक्त सचिव (पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीका) विदेश मंत्रालय भारत सरकार ने भी सत्र में भाग लिया।
अक्षय ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी एनटीपीसी लिमिटेड और मासेन केबीच हुआ यह समझौता अफ्रीका में अक्षय ऊर्जा पर आधारित उपयोगिता बढ़ाने वाली परियोजनाओं के संयुक्त विकास की शुरुआत करने का भरोसा प्रदान करता है। इसके माध्यम से विशेष रूपसे अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में पारस्परिक हित के क्षेत्रों में क्षमता निर्माण, साझा अनुभव, जानकारी और विशेषज्ञता केलिए सेवाओं में सहयोग करने का इरादा है। एनटीपीसी और मासेन को यह सहयोग अन्य अफ्रीकी देशों में अक्षय ऊर्जा विद्युत परियोजनाओं केलिए सामान्य विकास के अवसरों की खोज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। मोरक्को में अक्षय ऊर्जा के संचालन के प्रभारी समूह मासेन का गठन वर्ष 2010 में किया गया था। इन परियोजनाओं से मासेन वर्ष 2030 तक मोरक्को में उपयोग होनेवाली बिजली का 52 प्रतिशत से अधिक हिस्सा नवीकरणीय ऊर्जा से प्राप्त करने के राष्ट्रीय लक्ष्य में योगदान देगा। वर्ष 2021 के अंततक पवन, जल और सौर ऊर्जा से 4109 मेगावॉट बिजली उत्पादन किया जा चुका था। मेसेन समूह की रणनीति के केंद्र में अक्षय ऊर्जा संसाधनों का विकास है, ताकि मोरक्को केलिए भविष्य में आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय विकास की एक सुदृण शक्ति का निर्माण किया जा सके।
राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम-एनटीपीसी भारत का सबसे बड़ा ऊर्जा समूह है, जिसकी स्थापना भारत में बिजली के विकास में तेजी लाने केलिए वर्ष 1975 में की गई थी, तबसे इसने बिजली उत्पादन व्यवसाय की संपूर्ण मूल्य श्रृंखला में उपस्थिति केसाथ खुद को प्रमुख बिजली कंपनी के रूपमें स्थापित किया है। इसने जीवाश्म ईंधन से, पनबिजली, परमाणु और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के माध्यम से बिजली पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कंपनी का यह प्रयास ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करके कार्बन उत्सर्जन को कम करने में प्रमुख भूमिका निभाएगा। अपने मुख्य व्यवसाय को मजबूत करने केलिए निगम ने परामर्श, बिजली व्यापार, बिजली पेशेवरों के प्रशिक्षण, ग्रामीण क्षेत्रों का विद्युतीकरण, राख का उपयोग और कोयला खनन के क्षेत्र में भी विविधता प्राप्त की है। एनटीपीसी मई 2010 में महारत्न कंपनी बन गई थी, जनवरी 2020 तक भारत में केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र की 10 महारत्न कंपनियां मौजूद थीं। विश्व की शीर्ष 250 वैश्विक ऊर्जा कंपनियों की रैंकिंग में एनटीपीसी को स्वतंत्र ऊर्जा उत्पादक के रूपमें दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है।