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'कृषि क्षेत्र में भारत का अनुभव काफी अच्छा'

भारत-उज़्बेकिस्तान कृषि क्षेत्र में और सहयोग बढ़ाने पर सहमत

उज़्बेकिस्तान के उपप्रधानमंत्री और कृषिमंत्री केबीच हुई बैठक

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 29 July 2022 02:37:09 PM

uzbekistan's deputy prime minister and agriculture minister

नई दिल्ली। उज़्बेकिस्तान के उप प्रधानमंत्री जमशिद खोड़जाव और केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने नई दिल्ली में हुई एक बैठक में दोनों देशों के मध्य कृषि क्षेत्र में जारी सहयोग को आगे और बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की है। नरेंद्र सिंह तोमर ने उज्बेकिस्तान के उप प्रधानमंत्री नियुक्त होने पर जमशिद खोड़जाव को बधाई देते हुए कहाकि इससे पहले कृषिमंत्री होने का उनका अनुभव नई भूमिका में बहुत मददगार होगा। नरेंद्र सिंह तोमर ने कहाकि दोनों देशों केबीच काफी अच्छे राजनयिक और व्यापारिक संबंध हैं और उज्बेकिस्तान केसाथ भारत के राजनयिक संबंध को 30 साल पूरे हो रहे हैं, वहीं भारत केलिए यह आजादी के अमृत महोत्सव का अवसर है। नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रसन्नता जताईकि दोनों देशों केबीच कृषि क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया गया है।
कृषिमंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इस अवसर पर बतायाकि हमने उज्बेकिस्तान से अंगूर, प्लम एवं स्वीट चेरी केलिए बाजार पहुंच प्रदान करने का निर्णय लिया है, जिसके लिए अधिसूचना शीघ्र प्रकाशित की जाएगी, वहीं भारत को आम, केला एवं सोयाबीन ऑयलकेक के निर्यात केलिए उज़्बेक पक्ष से अनुमोदन प्राप्त हुआ है, जिसके लिए उन्होंने धन्यवाद दिया। नरेंद्र सिंह तोमर ने उज्बेकिस्तान से अनार, आलू, पपीता और गेहूं की अनुमति में तेजी लाने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में कृषि क्षेत्र का तेजी से विकास किया जा रहा है और किसानों के हित में भी विभिन्न पहलुओं पर काफी शिद्दत से काम हो रहा है। उन्होंने कहाकि किसानों, वैज्ञानिकों और सरकार की किसान हितैषी नीतियों के कारण देश में कृषि उत्पादन काफी बढ़ा है, साथही भारत में कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान भी बहुत परिपक्व स्थिति में है। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैंकि भारत में कृषि के विकास का लाभ सारी दुनिया को मिले।
उज़्बेकिस्तान के उप प्रधानमंत्री ने भारत को आजादी के अमृत महोत्सव की बधाई देते हुए कहाकि कृषि क्षेत्र में भारत का अनुभव काफी अच्छा है, जिसे हम सीखते हुए किसानों को समर्थन के बारेमें जानना चाहते हैं। उन्होंने कहाकि हम भारत की तरह उज्बेकिस्तान में कृषि की दशा-दिशा बदलना चाहते हैं, जिसके लिए हम भारत से सीखना चाहते हैं। उन्होंने भारतीय कृषि शोध संस्थानों से शोध और विकास का लाभ उज्बेकिस्तान को दिलाने का अनुरोध किया। जमशिद खोड़जाव ने भारतीय कृषि में डिजिटलीकरण के बढ़ते ट्रेंड की सराहना करते हुए भारतीय कंपनियों केसाथ मिलकर इसी तरह उज्बेकिस्तान में भी डिजिटलीकरण करने की बात कही। उन्होंने भारत की सार्वजनिक वितरण प्रणाली, न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रणाली आदि की भी प्रशंसा की और इनसे उज्बेकिस्तान केलिए सीखने की बात कही।

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