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Tuesday 23 August 2022 06:11:58 PM
तेहरान। भारत सरकार के बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने ईरान के उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर से तेहरान में मुलाकात की। दोनों नेताओं ने भारत और ईरान केबीच द्विपक्षीय संबंधों को और ज्यादा मजबूत करने पर विचार-विमर्श किया। सर्बानंद सोनोवाल ईरान के तीन दिवसीय आधिकारिक दौरे पर हैं। भारत से ईरान के संबंधों केलिए ईरान के विशेष प्रतिनिधि और उपराष्ट्रपति ने भारत के नौवहन मंत्री सर्बानंद सोनोवाल की यात्रा को महत्वपूर्ण बताते हुए उसकी सराहना की। मोहम्मद मोखबर ने कहाकि यह यात्रा दोनों देशों केबीच द्विपक्षीय सहयोग को और भी आगे बढ़ाने केलिए प्रोत्साहन प्रदान करती है। ईरान के उपराष्ट्रपति ने कहाकि चाबहार बंदरगाह के विकास से व्यापार और जहाज में माल की लदाई की मात्रा में वृद्धि होगी। सर्बानंद सोनोवाल ने चाबहार बंदरगाह को व्यापार नौवहन के क्षेत्रीय विकास का जरिया बनाने केलिए आगे के कदमों पर सहयोग करने के महत्व पर बल दिया।
मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहाकि ईरान के उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर से मिलकर बेहद प्रसन्नता हुई है, हमने भारत और ईरान के जोशपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों और संसाधनों पर चर्चा की। उन्होंने कहाकि भारत-ईरान अपने गतिशील संबंधों को मजबूत करना जारी रखेंगे। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें आपसी हितों केलिए लाभकारी संबंधों का विस्तार करने तथा उन्हें और गहरा करने के लिए उच्चतम स्तर की प्रतिबद्धता के बारेमें बात करने को कहा है। सर्बानंद सोनोवाल ने ईरान के सड़क और शहरी विकास मंत्री रोस्तम घासेमी केसाथ एक द्विपक्षीय बैठक में भाग लिया। इस अवसर पर दोनों देशों ने समुद्र से यात्रा के लिए प्रशिक्षण, प्रमाणन और निगरानी मानकों पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (1978) के प्रावधानों के अनुसार समुद्र से यात्रा करने वालों की मदद के लिए असीमित यात्राओं के योग्यता प्रमाणपत्र की मान्यता पर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
सर्बानंद सोनोवाल ने रोस्तम घासेमी से द्विपक्षीय बैठक पर कहाकि समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने का उद्देश्य दोनों देशों के नाविकों की आवाजाही को सुगम बनाना है। सर्बानंद सोनोबाल ने क्षेत्र केलिए एक व्यापार गुणक के रूपमें चाबहार की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहाकि बंदरगाह के मध्य एशिया और दक्षिण एशिया, यहां तककि दक्षिण पूर्व एशिया केबीच एक तेज किफायती व्यापार वाहक के रूपमें कार्य करने की संभावना है और इसकी क्षमता का पूरी तरह से दोहन किया जाना बाकी है। इंडिया पोर्ट्स ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड ने शाहिद बेहेश्ती बंदरगाह का संचालन ग्रहण किया है, इसने 4.8 मिलियन टन से अधिक विशाल कार्गो को संभाला है। ईरान के बंदरगाह और समुद्री संगठन ईरानियन कस्टम्स एडमिनिस्ट्रेशन एंड चाबहार फ्री जोन अथॉरिटी शाहिद बेहेश्ती पोर्ट अथॉरिटी, हितधारकों सहित भारत के आईजीपीएल और ईरानी हितधारकों केबीच घनिष्ठ सहयोग केसाथ बंदरगाह क्षेत्र में विशाल व्यापार क्षमता को खोलने केलिए एक उत्प्रेरक के रूपमें कार्य करने की संभावना है।
भारत ने 2020 में मानवीय सहायता कार्यक्रम के हिस्से के रूपमें एक ठोस प्रयास करते हुए अफगानिस्तान को 75000 टन गेहूं की आपूर्ति की और साथ ही क्षेत्र में कृषि में टिड्डियों का खतरा कम करने और खाद्य सुरक्षा बढ़ाने के लिए ईरान को चाबहार बंदरगाह के माध्यम से 40,000 लीटर मैलाथियान 96 प्रतिशत यूएलवी कीटनाशक की आपूर्ति की। चाबहार बंदरगाह की क्षमता को मजबूत करने के प्रयास में केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भारतीय बंदरगाहों ग्लोबल चाबहार फ्री ट्रेड जोन केलिए छह मोबाइल हार्बर क्रेन उतारी। सर्बानंद सोनोवाल ईरान यात्रा केबाद संयुक्त अरब अमीरात की एक दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर जाएंगे, जहां वह जेबल अली बंदरगाह का दौरा करेंगे और द्विपक्षीय बैठकों में शामिल होने के साथ-साथ निवेशकों की एक बैठक में भाग लेंगे।