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Tuesday 30 August 2022 12:20:19 PM
नई दिल्ली। नीदरलैंड्स की महारानी मैक्सिमा ने दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने महारानी मैक्सिमा का जोरदार स्वागत किया और भारत-नीदरलैंड्स केबीच द्विपक्षीय संबंधों को और भी ज्यादा गहरा करने केबारे में रानी मैक्सिमा से विचार-विमर्श किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने प्रसन्नता व्यक्त कीकि हाल के वर्षों में अप्रैल 2021 में भारत-नीदरलैंड्स वर्चुअल शिखर सम्मेलन केदौरान शुरू हुई 'जल पर रणनीतिक साझेदारी' और द्विपक्षीय संबंधों के कई अन्य आयामों में और भी मजबूती देखी गई है। दोनों ने बैठक के दौरान भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अप्रैल 2022 में नीदरलैंड्स की राजकीय यात्रा को भी याद किया।
नीदरलैंड्स की महारानी मैक्सिमा और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने भारत सरकार के मुख्य एजेंडे में शामिल सार्वभौमिक वित्तीय समावेशन के विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया। राष्ट्रपति ने कहाकि भारत सरकार प्रत्येक भारतीय को विभिन्न तरीकों के जरिये औपचारिक बैंकिंग सुविधाओं से जोड़ने और यह सुनिश्चित करने केलिए प्रतिबद्ध हैकि सरकार के प्रदान किए जानेवाले लाभ अंतिम इच्छित लाभार्थी तक बिना किसी चोरी व पूरी मात्रा केसाथ पहुंचे। महारानी मैक्सिमा ने पिछले कुछ वर्ष में इस दिशामें भारतमें हुई प्रगति की सराहना की। महारानी मैक्सिमा विकास केलिए समावेशी वित्त केलिए संयुक्तराष्ट्र महासचिव की विशेष अधिवक्ता और जी20 जीपीएफआई मानद संरक्षक के रूपमें 29 से 31 अगस्त 2022 तक भारत यात्रा पर हैं।
गौरतलब हैकि महारानी मैक्सिमा जो नीदरलैंड्स की रानी हैं, किंग विलेम-अलेक्जेंडर की पत्नी हैं। मैक्सिमा ज़ोर्रेगुएटा सेरुती का जन्म अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में 17 मई 1971 को हुआ। उनकी पृष्ठभूमि जमींदार कुलीन वर्ग से है। वह जॉर्ज ज़ोर्रेगुएटा की बेटी हैं, जो ज़ोररेगुएटा परिवार के वंशज थे और पीढ़ियों से सज्जनों, पेशेवरों, क्षेत्रीय राजनेताओं और राजनेताओं के रूपमें जाने जाते थे। मैक्सिमा ब्यूनस आयर्स शहर के रेकोलेट पड़ोस में पली-बढ़ीं और ओलिवोस शहर के एक द्विभाषी स्कूल नॉर्थलैंड्स स्कूल में पढ़ाई की। उन्होंने 1995 में अर्जेंटीना के पोंटिफिकल कैथोलिक विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में डिग्री केसाथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की। यह निजी विश्वविद्यालय स्थानीय बिशपों की एक निर्देशिका द्वारा शासित है, जिसमें वर्तमान पोप फ्रांसिस, ब्यूनस आयर्स के आर्कबिशप और यूसीए के ग्रैंड चांसलर शामिल हैं। अपने छात्रजीवन के वर्षों के दौरान फ्रांसिस ने कक्षाओं की शुरुआत में पारंपरिक मास की अध्यक्षता की, बादमें उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका में मास्टर डिग्री केसाथ अपनी पढ़ाई पूरी की।