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Tuesday 6 September 2022 03:58:11 PM
नई दिल्ली। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में एक संयुक्त प्रेस वक्तव्य जारी किया है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा हैकि प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व में बांग्लादेश ने उल्लेखनीय प्रगति की है और बीते कुछ ही साल में भारत-बांग्लादेश का हर क्षेत्रमें आपसी सहयोग भी तेज़ीसे बढ़ा है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि पिछले वर्ष हमने बांग्लादेश की स्वतंत्रता की पचासवीं वर्षगांठ, भारत-बांग्लोदश के कूटनीतिक संबंधों की स्वर्ण जयंती और बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान की जन्मशताब्दी को एकसाथ मनाया था, पिछले वर्ष 6 दिसंबर को हमने पहला ‘मैत्री दिवस’ भी साथ मिलकर मनाया, आज प्रधानमंत्री शेख हसीना की भारतयात्रा हमारी आज़ादी के अमृत महोत्सव के दौरान हो रही है और विश्वास हैकि अगले 25 साल के अमृतकाल में भारत-बांग्लोदश की मित्रता नई ऊंचाइयां छूएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसीके साथ प्रधानमंत्री शेख़ हसीना और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल का जोरदार स्वागत किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि बांग्लादेश, भारत का सबसे बड़ा विकास और सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है। उन्होंने कहाकि हमारे घनिष्ठ सांस्कृतिक और पिपुल-टू-पिपुल संबंधों मेभी निरंतर वृद्धि हुई है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि आज हमने सभी द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर व्यापक चर्चा की है। उन्होंने कहाकि हम दोनों का मानना हैकि कोविड महामारी और हालके वैश्विक घटनाक्रम सेसीख लेकर हमें अपनी अर्थव्यवस्थाओं को और मजबूत बनाना होगा। नरेंद्र मोदी ने कहाकि हमारे बीच कनेक्टिविटी के विस्तार और सीमापर व्यापार बुनियादी ढांचे के विकास से दोनों अर्थव्यवस्थाएं एक-दूसरे से और अधिक जुड़ेंगी एवं एक-दूसरे को सहयोग कर पाएंगी। उन्होंने कहाकि हमारा द्विपक्षीय व्यापार तेज़ीसे बढ़ रहा है, बांग्लादेश के निर्यात केलिए आज भारत पूरे एशिया में सबसे बड़ा बाज़ार है, इस वृद्धि को और गति देने केलिए हम द्विपक्षीय व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते पर शीघ्र चर्चा शुरु करेंगे। नरेंद्र मोदी ने कहाकि बंगबंधु ने जिस स्थिर, समृद्ध और प्रगतिशील बांग्लादेश का विजन देखा था, उसे साकार करनेमें भारत बांग्लादेश केसाथ कदम से कदम मिलाकर चलता रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि हमारी बातचीत दोनों देशों की मूल बुनियादी प्रतिबद्धताओं को दोहराने का एक उत्तम अवसर रही। उन्होंने कहाकि हमने आईटी, अंतरिक्ष और परमाणु एनर्जी जैसे क्षेत्रों मेभी सहयोग बढ़ाने का निश्चय किया है, जो हमारी युवा पीढ़ियों केलिए रूचि रखते हैं। उन्होंने कहाकि हम जलवायु परिवर्तन और सुंदरबन जैसी साझा धरोहर को संरक्षित रखने पर सहयोग जारी रखेंगे। उन्होंने कहाकि ऊर्जा की बढ़ती कीमतें इस समय सभी विकासशील देशों केलिए चुनौती पेशकर रही हैं, आज खरीदने की सामर्थ्य मैत्री थर्मल पावर प्लांट की पहली यूनिट के अनावरण से बांग्लादेश में बिजली की उपलब्धता बढ़ेगी। नरेंद्र मोदी ने कहाकि दोनों देशों केबीच पावर ट्रांसमिशन लाइनों को जोड़ने परभी उपयोगी बातचीत चल रही है, रूपशा नदीपर रेलवेपुल का उद्घाटन कनेक्टिविटी बढ़ाने की दिशामें एक उल्लेखनीय कदम है, यह पुल भारत की क्रेडिट की लाइन केतहत खुलना और मोंगला पोर्ट केबीच बनाई जारही नई रेलवे लाइन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने कहाकि बांग्लादेश के रेलवे सिस्टम के विकास और विस्तार केलिए भारत हर प्रकार का सहयोग ज़ारी रखेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि ऐसी 54 नदियां हैं, जो भारत-बांग्लादेश की सीमा से गुज़रती हैं और सदियों से दोनों देशोंके लोगों की आजीविका से जुड़ी हैं, इनके बारेमें लोक-कहानियां, लोकगीत हमारी साझा सांस्कृतिक विरासत केभी साक्षी हैं। उन्होंने कहाकि आज हमने कुशियारा नदी से जल बंटवारे पर एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, इससे भारतमें दक्षिणी असम और बांग्लादेश में सिलहट क्षेत्रको लाभ होगा। उन्होंने कहाकि बाढ़ शमन के संबंधमें सहयोग बढ़ाने पर प्रधानमंत्री शेख हसीना से उनकी उपयोगी बातचीत हुई। उन्होंने कहाकि भारत बांग्लादेश केसाथ रियल टाइम आधार पर बाढ़ संबंधी डेटा साझा करता रहा है और हमने डेटा शेयरिंग की अवधि को बढ़ाया है। उन्होंने कहाकि हमने आतंकवाद और कट्टरवाद के खिलाफ सहयोग पर जोर दिया है, वर्ष 1971 की आत्मा को जीवंत रखने केलिए भी यह बहुत आवश्यक हैकि हम ऐसी शक्तियों का मिलकर मुकाबला करें, जो हमारे आपसी विश्वासपर आघात करना चाहती हैं।