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Thursday 8 September 2022 01:13:00 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास, पर्यटन और संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात की और कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके दूरदर्शी नेतृत्व में भारत-बांग्लादेश संबंधों का यह सुनहरा युग है। उन्होंने प्रधानमंत्री शेख हसीना के समक्ष बांग्लादेश और भारत के पूर्वोत्तर राज्यों केबीच सहयोग बढ़ाने की विभिन्न संभावनाएं पेश कीं। किशन रेड्डी ने कहाकि पूर्वोत्तर राज्यों केसाथ बेहतर कारोबारी रिश्ते दोनों देशोंमें समृद्धि और अवसर लेकर आएंगे। किशन रेड्डी ने प्रधानमंत्री शेख हसीना का ध्यान इस तरफभी आकर्षित कियाकि सीमावर्ती हाटों, एकीकृत जांच चौकियों और भूमि सीमाशुल्क स्टेशनों की स्थापना एवं उन्हें मजबूत बनाने जैसे विभिन्न उपायों से सीमा व्यापार बढ़ाने की आवश्यकता है।
उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री ने प्रधानमंत्री शेख हसीना से बांग्लादेश और भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों केबीच बहुविध संपर्कता बढ़ाने का आग्रह किया, जिससे विभिन्न सेक्टरों में सहयोग और आपसी समृद्धि तथा विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। किशन रेड्डी ने प्रधानमंत्री शेख हसीना केसाथ ऊर्जा, कृषि, पर्यटन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की। उन्होंने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री की उपस्थिति में दोनों देशों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और व्यापार जगत के दिग्गजों के सम्मेलन को भी संबोधित किया। किशन रेड्डी ने कहाकि नरेंद्र मोदी सरकार उत्तर पूर्वी क्षेत्रके विकासपर अभूतपूर्व ध्यान दे रही है, जिसकी बदौलत वहां निवेश केलिए अच्छा माहौल तैयार हुआ है।
जी किशन रेड्डी ने कहाकि बांग्लादेश और भारत केबीच संपर्कता दोनों देशोंके बहुआयामी संबंधों की महत्ता बताते हैं। किशन रेड्डी ने कहाकि अवकाश पर्यटन, मेडिकल पर्यटन, शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान की अपार क्षमताएं बांग्लादेश और भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों केबीच रिश्तों को अधिक प्रगाढ़ बना सकती हैं। जी किशन रेड्डी ने व्यापार जगत के दिग्गजों का आह्वान कियाकि वे विभिन्न सेक्टरों में मौजूद उत्तर पूर्वी राज्यों की अप्रयुक्त क्षमताओं की पड़ताल करें। उन्होंने निवेशकों और व्यापार जगत के दिग्गजों को आमंत्रित किया और आश्वस्त कियाकि भारत सरकार उन्हें पूरा समर्थन देगी। जी किशन रेड्डी ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री केसाथ सीईओ सम्मेलन में भाग लिया, जिसमें दोनों देशों के व्यापारिक नेता भी शामिल हुए।