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'नरेंद्र मोदी ने पूरे किए सरदारजी के अधूरे कार्य'

'जम्मू-कश्मीर को एक भारत श्रेष्ठ भारत के रूपमें एकजुट किया है'

राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह का दिल्ली में आयोजित समारोह में संबोधन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 17 April 2023 12:01:56 PM

dr jitendra singh attends ek bharat shreshtha bharat function as chief guest

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री कार्यालय और कार्मिक एवं लोक शिकायत मंत्रालय में राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा हैकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के अधूरे कार्य पूरे किए हैं, जम्मू-कश्मीर को एक भारत श्रेष्ठ भारत के रूपमें एकजुट किया है। नई दिल्ली में एक भारत श्रेष्ठ भारत समारोह में मुख्य अतिथि के रूपमें शामिल हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि सरदार वल्लभभाई पटेल ने आजादी केबाद के भारतीय संघ के गठन केलिए 560 से अधिक रियासतों के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, दुर्भाग्य से उनको जम्मू-कश्मीर को संभालने की अनुमति नहीं दी गई, क्योंकि तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू यह सोचते थेकि वह जम्मू-कश्मीर को बेहतर जानते थे। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि बादमें जवाहरलाल नेहरू ने भी एकतरफा युद्धविराम की घोषणा की और इस तरह भारतीय सेना को पाकिस्तानी घुसपैठियों से वर्तमान पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर को वापस लेने से रोक दिया था।
राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि यदि सरदार वल्लभभाई पटेल को छूट दी गई होती तो भारतीय उपमहाद्वीप का इतिहास कुछ औरही होता। उन्होंने कहाकि तब पीओजेके न होकर पूरा जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा होता और यह मुद्दा इतने दशकों तक लटका नहीं रहता। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि अनुच्छेद 370 और 35ए की विसंगति 70 से अधिक वर्षों तक बनी रही और देश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने और कार्य प्रणाली में सुधार करने केलिए इंतजार करना पड़ा, इसमें एक भारत श्रेष्ठ भारत का महत्व निहित है और यह एक संयोग हैकि एक भारत श्रेष्ठ भारत का विजन 31 अक्टूबर 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषित किया था, जोकि सरदार वल्लभभाई पटेल की 140वीं जयंती थी। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 की आड़ में जो लोग इस अनुच्छेद के समर्थक थे, वे वास्तव में स्वयं को सत्ता में बनाए रखने केलिए इसका दुरुपयोग कर रहे थे।
डॉ जितेंद्र सिंह ने पूछाकि अन्यथा दहेज निषेध अधिनियम-1961, बाल विवाह निषेध अधिनियम-2006 आदि सामाजिक सुधारों को वोट बैंक केलिए समाज के कुछ वर्गों को खुश करने केलिए प्रयास नहीं था तो उसका राजनीतिक औचित्य क्या था? भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र के बारेमें डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि 2014 से पहले पूर्वोत्तर सभी गलत कारणों मुख्य रूपसे मुठभेड़, धरना, सड़क अवरोध, खराब रेल और सड़क संपर्क तथा हिंसा के चलते समाचारों में दिखाई देता था, लेकिन वह सब नाटकीय रूपसे बदल गया है। उन्होंने कहाकि बीते 9 वर्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 60 से अधिक बार पूर्वोत्तर भारत का दौरा किया है, जो पिछले सभी प्रधानमंत्रियों की यात्राओं की कुल संख्या से अधिक हो सकता है। उन्होंने कहाकि पहले की सरकारों ने पूर्वोत्तर को हल्के में लिया था, लेकिन आज यह क्षेत्र देश के बाकी हिस्सों केलिए विकास का एक मॉडल है।
डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करके पूर्वोत्तर के लोगों का विश्वास जीता है, अब पूर्वोत्तर भारत के युवाओं के कौशल की देशभर में काफी मांग है और वे विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं, व्यावसायिक घराने उत्तर पूर्व को निवेश केलिए एक आकर्षक गंतव्य के रूपमें देख रहे हैं, उदाहरण केलिए मुश्किल से 10 लाख की जनसंख्या वाले मिजोरम जैसे एक छोटे पूर्वोत्तर राज्य ने इजरायल के सहयोग से भारतीय उपमहाद्वीप में अपनी तरह का पहला विशेष साइट्रस फूड पार्क स्थापित किया है, जिसे एक उत्कृष्टता केंद्र के रूपमें जाना जाता है। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि प्रधानमंत्री की नई राजनीतिक संस्कृति ने विकास की जबरदस्त गति केसाथ मिलकर मानसिक और शारीरिक बाधाओं को तोड़ दिया है और देश को एक भारत श्रेष्ठ भारत के रूपमें एकजुट किया है।

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