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Monday 10 July 2023 06:30:53 PM
कुआलालंपुर। भारत की 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी' को बढ़ावा देते हुए और मलेशिया केसाथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने केलिए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज कुआलालंपुर में अपने मलेशियाई समकक्ष दातो सेरी मोहम्मद हसन से मुलाकात की। उन्होंने प्रधानमंत्री वाईबी दातो' अनवर बिन इब्राहिम और मलेशिया के विदेश मंत्री दातो' सेरी डिराजा डॉ ज़ाम्ब्री अब्द कादिर से भी मुलाकात की। रक्षामंत्री ने 9 जुलाई को कुआलालंपुर पहुंचने केबाद मलेशिया के रक्षा मंत्रालय में औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर केसाथ अपने आधिकारिक कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद उनकी और उनके मलेशियाई समकक्ष दातो सेरी मोहम्मद हसन केबीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। दोनों नेताओं ने औद्योगिक सहयोग को मजबूत करने के तरीकों की पहचान करने पर विशेष ध्यान देने केसाथ द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को और विस्तारित करने की पहल पर चर्चा की।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मलेशियाई समकक्ष दातो सेरी मोहम्मद हसन केसाथ बातचीत में आपसी विश्वास और समझ, सामान्य हितों, लोकतंत्र और कानून के शासन के साझा मूल्यों के आधार पर उन्नत रणनीतिक साझेदारी को पूरी तरह से लागू करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। दोनों रक्षामंत्री अगली मलेशिया-भारत रक्षा सहयोग समिति बैठक केलिए सहमत हुए, जिसकी योजना इस साल के अंतमें भारत में बनाई जा रही है। राजनाथ सिंह ने अपनी इन्वेंट्री आधुनिकीकरण और रखरखाव योजनाओं में मलेशियाई सशस्त्रबलों केसाथ सहयोग करने की क्षमता और योग्यता केसाथ भारतीय रक्षा उद्योग की क्षमता पर प्रकाश डाला। दोनों मंत्रियों ने 'एक्सचेंज ऑफ लेटर्स' के माध्यम से 1993 में हस्ताक्षरित भारत और मलेशिया केबीच रक्षा सहयोग पर समझौता ज्ञापन में संशोधन को मंजूरी दी, यह संशोधन आपसी हित के क्षेत्रों में द्विपक्षीय रक्षा सहयोग का विस्तार करने में सहायक के रूपमें कार्य करेगा। उन्होंने कहाकि हमने व्यापक द्विपक्षीय रक्षा जुड़ाव के विविध स्तंभों की समीक्षा की और भारत-मलेशिया रक्षा सहयोग के चौथे दशक के रोडमैप पर चर्चा की।
रक्षामंत्री ने मलेशिया के प्रधानमंत्री वाईबी दातो सेरी अनवर बिन इब्राहिम से मुलाकात करके उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं दीं। वर्ष 2019 में अपनी सफल भारत यात्रा को याद करते हुए मलेशियाई प्रधानमंत्री ने शुभकामनाओं का जवाब देते हुए कहाकि उन्हें भारत के लोगों से बहुत प्यार है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके निजी मित्र हैं। मलेशियाई प्रधानमंत्री ने दोनों देशों केबीच मजबूत सांस्कृतिक संबंधों की सराहना की। राजनाथ सिंह ने मलेशियाई प्रधानमंत्री को रक्षा वार्ता के बारेमें जानकारी दी, जिसमें उन्नत रणनीतिक साझेदारी की पूरी क्षमता का एहसास करने के उपायों पर ध्यान केंद्रित किया गया। राजनाथ सिंह और मलेशिया के विदेश मंत्री दातो सेरी डिराजा डॉ जाम्ब्री अब्द कादिर ने द्विपक्षीय महत्व के मामलों और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर सहयोग पर विचारों का आदान-प्रदान किया। रक्षामंत्री ने भारत की आसियान केंद्रीयता की मान्यता और हिंद प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि के महत्व पर चर्चा की।
मलेशिया-भारत रक्षा सहयोग समिति बैठक मलेशियाई रक्षा उद्योग की आत्मनिर्भरता में तेजी लाने के प्रयासों में मलेशिया को भागीदार बनाने के भारत के आश्वासन केसाथ समाप्त हुई। बाद में रक्षामंत्री ने 99 वर्षीय आईएनए वयोवृद्ध सेकंड लेफ्टिनेंट सुंदरम को सम्मानित किया, जिन्होंने बर्मा सीमा पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ लड़ाई लड़ी थी। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की उन्नत रणनीतिक साझेदारी की स्थापना केबाद यह मलेशिया की पहली द्विपक्षीय यात्रा है, जिसकी घोषणा 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मलेशिया यात्रा के दौरान की गई थी। रक्षामंत्री ने कुआलालंपुर में प्रतिष्ठित इंडियन नेशनल आर्मी के दिग्गजों की उपस्थिति में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण करते हुए कहाकि मलेशिया में नेताजी और आईएनए की एक महत्वपूर्ण विरासत है और नेताजी आजभी वीरता, नेतृत्व और देशभक्ति के प्रतीक हैं।