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लोकतंत्र का पर्व मनाने को उत्सुक मतदाता!

चुनाव के दिन समावेशी लोकतंत्र के फोटो फीचर में स्‍पष्‍ट नजारे

भीषण गर्मी के बावजूद मतदाता सुदूर इलाकों से वोट डालने पहुंचे

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 30 April 2024 10:44:41 AM

voters from remote areas came to cast their votes

नई दिल्ली। विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में चुनावी प्रक्रिया के दूसरे चरण में 26 अप्रैल को 13 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के 88 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में लोकतंत्र के महापर्व की स्‍पष्‍ट झलक देखने को मिली। मतदान के दिन समाज के हर वर्ग की भागीदारी देखी गई, जो लोकतंत्र की समावेशी भावना को रेखांकित करती है। चाहे पहलीबार अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का प्रयोग करने केलिए अत्‍यंत उत्सुक मतदाता हों या महिलाएं, बुजुर्ग नागरिक और दिव्यांगजन हों मतदान में समाज के विभिन्न वर्गों ने बढ़चढ़कर भागीदारी दिखाई। यह फोटो फीचर चुनाव के दिन समावेशी लोकतंत्र के स्‍पष्‍ट नजारे केसाथ-साथ मतदाताओं की सामूहिक आवाज़ और आकांक्षाओं को भी बखूबी दर्शाता है। त्रिपुरा में धलाई विधानसभा क्षेत्र के सुदूर इलाके राइमा घाटी के मतदाता वोट डालने केलिए नावों से मतदान केंद्रों पर पहुंचे।
आम चुनाव-2024 के दूसरे चरण के मतदान के तहत 88 लोकसभा सीटों पर लगभग 60.96 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। भीषण गर्मी के बावजूद मतदाता पूरे उत्साह केसाथ मतदान केंद्र पर वोट डालने केलिए आगे आए। नवविवाहितों से लेकर वरिष्ठ नागरिकों, जनजातियों से लेकर आईटी पेशेवरों, दिव्यांगों, महिलाओं और युवाओं तक सभी वोट डालने केलिए कतारों में खड़े नज़र आए। चरण-2 के समापन केसाथ आम चुनाव 2024 केलिए 13 राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों में मतदान पूरा हो गया है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने ईसी ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ सुबह से ही मतदान प्रक्रिया की लगातार निगरानी की। कानून व्यवस्था बनाए रखने केलिए कड़े सुरक्षा उपाय लागू किए गए, जिससे मतदाताओं केलिए बिना किसी डर या भय के वोट डालने केलिए अनुकूल माहौल तैयार किया गया। इस दौरान 1 लाख से अधिक मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की गई। भीषण गर्मी को देखते हुए मतदाताओं की सुविधा केलिए बिहार के बांका, मधेपुरा, खगड़िया और मुंगेर निर्वाचन क्षेत्रों के कई मतदान केंद्रों पर मतदान का समय शाम 6 बजे तक बढ़ा दिया गया था, साथही मतदाताओं की सुविधा केलिए शामियाना, पीने का पानी, चिकित्सा किट, पंखों की व्यवस्था सहित विशेष व्यवस्थाएं भी की गई थीं।
मतदान अधिकारी और मतदाता समान रूपसे चुनाव पर्व मनाने केलिए अपनी पारंपरिक पोशाक में आए। राजस्थान के सीकर में महिला मतदाता गर्मी के बावजूद अपनी पारंपरिक पोशाक में आईं। कर्नाटक के वरुणा निर्वाचन क्षेत्र में मतदान कर्मचारियों ने पारंपरिक पोशाक पहनकर मतदाताओं का स्वागत किया। छत्तीसगढ़ के बस्तर और कांकेर संसदीय क्षेत्रों के 46 गांवों के मतदाताओं ने लोकसभा चुनाव में पहलीबार अपने ही गांव में स्थापित मतदान केंद्र में वोट डाला। इस प्रकार चरण 1 सहित कुल मिलाकर ग्रामीणों की सुविधा केलिए इन पीसी में पहलीबार 102 नए मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे। चुनाव आयोग ने विशेष रूपसे कमजोर जनजातीय समूह, बुजुर्ग, युवा और पहलीबार मतदाताओं, महिलाओं और ट्रांसजेंडरों को मतदान की सुविधा देने केलिए विशेष प्रयास किए थे। क्रिकेट के सुपरस्टार अनिल कुंबले, राहुल द्रविड़ और जवागल श्रीनाथ सहित अन्य को बेंगलुरु के विभिन्न मतदान केंद्रों पर मतदान करते देखा गया। अपनी स्याही लगी उंगलियों केसाथ मुद्रा बनाते हुए उन्होंने युवाओं को चुनावी प्रक्रिया में भागीदारी के महत्व का संदेश दिया।

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