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एएफएफडी फंड में बढ़चढ़कर योगदान करें!

रक्षामंत्री का कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व सम्मेलन में आह्वान

सैनिकों व उनके आश्रितों का कल्याण राष्ट्र की सामूहिक जिम्मेदारी

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 3 March 2025 04:00:24 PM

defence minister's call at corporate social responsibility summit

नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने प्रत्येक नागरिक को उनके राष्ट्रीय कर्तव्य की याद दिलाते हुए उनसे वीर सैनिकों और उनके परिजनों के कल्याण केलिए पूरे दिल से योगदान देने का आह्वान किया है। रक्षामंत्री आज नई दिल्ली में सशस्त्र सेना झंडा दिवस कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहाकि सैनिक कठिन से कठिन परिस्थितियों में देश की सीमाओं पर हमेशा दृढ़, सतर्क और तैयार रहते हैं तथा साहस और अपना सर्वस्व न्योछावर करके देश और देशवासियों को सभी प्रकार के खतरों से बचाते हैं। उन्होंने कहाकि केंद्र सरकार देश की सुरक्षा प्रणाली को मजबूत करने केसाथ-साथ अपने सैनिकों और उनके परिजनों के कल्याण केलिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहाकि बढ़चढ़कर हर संभव तरीके से सैनिकों एवं उनके आश्रितों की देखभाल करना राष्ट्र की सामूहिक जिम्मेदारी है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहाकि कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व का मतलब सिर्फ 2 प्रतिशत योगदान नहीं है, यह वीर सैनिकों और उनके आश्रितों से दिल से दिल का जुड़ाव है। उन्होंने इस अवसर पर उपस्थित शीर्ष कॉर्पोरेट प्रमुखों से कहाकि वे जो भी योगदान देंगे, वह साधारण नहीं होगा, उनको इस बातका पूरा ध्यान रखना चाहिएकि कल जब आपकी वास्तविक बैलेंस शीट तैयार होगी तो उसमें देनदारियों से ज्यादा संतुष्टि और खुशी की संपत्तियां होंगी। रक्षामंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की निजी क्षेत्रकी भागीदारी बढ़ाने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहाकि हितधारकों के सम्मिलित प्रयासों से आत्मनिर्भर और विकसित भारत का लक्ष्य हासिल किया जाएगा। उन्होंने विश्वास जतायाकि निजी क्षेत्रकी बढ़ती भागीदारी केसाथ भारत 2027 तक दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में अपना स्थान बना लेगा। उन्होंने एएफएफडी फंड में उदारतापूर्वक योगदान केलिए कॉरपोरेट घरानों की सराहना की और इस अवसर पर शीर्ष कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व दानदाताओं को सम्मानित किया।
गौरतलब हैकि रक्षा मंत्रालय का पूर्व सैनिक कल्याण विभाग युद्ध विधवाओं, शहीद सैनिकों के आश्रितों, पूर्व सैनिकों के कल्याण और पुनर्वास केलिए कार्य कर रहा है, जिनमें दिव्यांग भी शामिल हैं। इसके लिए उन्हें उनकी व्यक्तिगत आवश्यकताओं जैसेकि निर्धनता अनुदान, बच्चों की शिक्षा हेतु अनुदान, अंत्येष्टि अनुदान, चिकित्सा अनुदान और अनाथ/ दिव्यांग बच्चों केलिए अनुदान के रूपमें वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। सम्मेलन में रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह, सचिव (पूर्व सैनिक कल्याण) डॉ नितेन चंद्रा, रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व समुदाय के सदस्य तथा सशस्त्र बलों के सेवारत और सेवानिवृत्त कार्मिक भी शामिल हुए।

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