स्वतंत्र आवाज़
word map

भारत ने कनाडा को बताए अल्पसंख्यक कल्याण के उपाय

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 9 January 2014 03:56:44 AM

rehman khan and  canada's state minister tim uppal

नई दिल्ली। कनाडा के चार सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल ने भारत के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री के रहमान खान से कल यहां भेंट की। अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने कनाडा के प्रतिनिधिमंडल को भारत में अल्पसंख्यक कल्याण के उपायों की जानकारी दी। कनाडा के बहु-संस्कृति मंत्रालय में राज्य मंत्री टिम उप्पल के नेतृत्व में आये इस प्रतिनिधिमंडल में कनाडा के भारत स्थित उच्चायुक्त स्टीवर्ट बेक, मंत्री सिडनी फ्रैंक और संचार एवं हितधारक संपर्क प्रबंधक जॉय कनोजा शामिल हैं।
के रहमान खान ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि भारत परंपरागत रूप से एक बहु-सांस्कृतिक समाज है। भारत में पांच अधिसूचित अल्पसंख्यक हैं, जिनके नाम हैं-मुसलमान, सिख, इसाई, बौद्ध और पारसी, लेकिन अधिकांश राज्य भाषायी हैं और भाषायी अल्पसंख्यकों से जुड़े मुद्दे की भी इसी आधार पर देखरेख की जाती है। उप्पल के एक प्रश्न के उत्तर में मंत्री ने कहा कि कनाडा में अल्पसंख्यकों के रोज़गार के लिए कानून नहीं है, लेकिन सकारात्मक कार्रवाई के माध्यम से अल्पसंख्यकों के रोज़गार की स्थिति पर नज़र रखी जाती है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के 15-सूत्री कार्यक्रम के अंतर्गत एक दिशा-निर्देश इससे भी संबंधित है और 11 मंत्रालयों की सामाजिक स्कीमों के लिए जितनी भी धनराशि आवंटित की जाती है उसका कम से कम 15 प्रतिशत अल्पसंख्यकों के लिए खर्च किया जाता है। प्रवासी भारतीय दिवस के बारे में मंत्री ने कहा कि भारत और कनाडा के बीच बहुत अच्छे संबंध हैं और वहां रहने वाले अनिवासी भारतीयों, विशेषकर सिखों ने कनाडा के विकास में अच्छा योगदान करने के साथ-साथ भारतीय अर्थव्यवस्था में भी योगदान किया है। 

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]