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Wednesday 11 June 2014 07:29:20 PM
कराची। कराची हवाई अड्डा टर्मिनल की इमारत और कराची हवाई अड्डे पर कुछ ही अंतराल के बाद दो आतंकवादी हमलों से सहमें पाकिस्तान विमान सेवा के अधिकारियों को लगता है कि इनका जिन्ना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आने वाले अंतर्राष्ट्रीय वायु यातायात पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। नागरिक उड्डयन प्राधिकरण और पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के अधिकारियों का कहना है कि आतंकवादी हमलों से सुरक्षा पक्ष को बड़ा ही नुकसान हुआ है। पाकिस्तानी एयरलाइंस के एक अधिकारी ने यहां तक कहा कि कुछ विदेशी विमान सेवाओं ने पहले ही कराची आने वाली अपनी उड़ानें या तो निलंबित कर दी हैं या फिर वे विभिन्न जगहों से जिन्ना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आने वाली उड़ानों के मौजूदा संचालन की समीक्षा कर रही हैं।
विदेशी विमान सेवाओं के विपणन प्रमुख ने बताया कि हांगकांग में उनके मुख्यालय ने इस सप्ताह कराची जाने वाली दो उड़ानें निलंबित कर दी हैं। उन्होंने कहा कि विमान सोमवार और बुधवार को आती और जाती हैं, लेकिन इस सप्ताह उन्हें रद्द कर दिया गया है और कराची को जाने वाले विमानों के संचालन के बारे में अंतिम निर्णय इस सप्ताह में लिया जाएगा। ज्ञातव्य है कि सोमवार को पुराने हवाई अड्डा टर्मिनल को लगातार छह घंटे तक आतंकवादी हमले से जूझना पड़ा था। इस हमले में दस आतंकवादी एवं कम से कम 26 सुरक्षा अधिकारी मारे गए थे। पीआईए में कहा जा रहा है कि इस हमले ने चीजों को और भी खराब कर दिया है। हवाई अड्डा सुरक्षाबल के अनुसार दो आंतकियों ने पुराने हवाई अड्डे के पास एएसएफ अड्डे में फिर घुसने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षा बलों की कड़ी जवाबी कार्रवाई के बाद वे भाग निकले।
पीआईए के अधिकारी ने कहा कि महत्वपूर्ण बात यह है कि अंतर्राष्ट्रीय मीडिया ने इसकी खबर हवाई अड्डे पर एक नए आतंकवादी हमले के रूप में बनाई और इससे हमारी छवि को नुकसान हो रहा है। ध्यान रहे कि 11 सितंबर को अमेरिका में हुए हमलों के बाद से पाकिस्तान में सुरक्षा स्थिति के संदर्भ में चिंताओं के चलते कराची पहले ही बहुत सारा हवाई यातायात खो चुका है, बहुत सी विदेशी विमान सेवाओं ने पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर और आर्थिक राजधानी कराची से अपनी नियमित सेवाएं बंद कर ली हैं। जिन्ना हवाई अड्डे पर उड़ान संचालन से जुड़े एक कर्मचारी ने बताया कि इस समय सबसे ज्यादा उड़ानें उन विमान सेवाओं की होती हैं, जो मध्यपूर्व की हैं, इस हवाई अड्डे से भरी जाने वाली अधिकतर उड़ानें इन्हीं देशों के लिए हैं, यह देखना अभी बाकी है कि इस हमले से वायु यातायात पर कितना प्रभाव पड़ता है, लेकिन स्थिति कोई ज्यादा अच्छी नहीं लगती है, जो नुकसान हुआ है, उसमें जान-माल के अलावा यात्रियों की सुरक्षा ज्यादा बड़ा मुद्दा है।