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Monday 23 June 2014 08:14:01 PM
नई दिल्ली। लोकसभा का बजट सत्र 7 जुलाई से 14 अगस्त तक चलेगा और इस बीच नरेंद्र मोदी सरकार का पहला आम बजट 10 जुलाई को पेश किया जाएगा। रेल बजट 8 जुलाई को पेश होगा और आर्थिक सर्वेक्षण 9 जुलाई को पेश किया जाएगा। संसदीय मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीपीए) ने अपनी बैठक में यह निर्णय किया। सीसीपीए की यह बैठक गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में संसद भवन में संसदीय मामलों के मंत्री एमवेंकैया नायडु के कक्ष में हुई।
समिति के निर्णय के अनुसार अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अध्यादेश सहित अन्य अध्यादेशों के बदले लाए जाने वाले विधेयकों को पारित कराने को प्राथमिकता दी जाएगी। विधेयकों में बदले जाने वाले अन्य अध्यादेश पोलावरम परियोजना, टीआरएआई और सेबी से संबंधित हैं। इन अध्यादेशों को जुलाई के तीसरे सप्ताह से पहले विधेयकों में बदला जाना है। एक महीने से अधिक समय तक चलने वाले इस सत्र में कुल 28 बैठकें होंगी। पिछले सरकार के समय संसद द्वारा मंजूर लेखानुदान मांगों की मियाद 31 जुलाई को समाप्त होने से पहले नया बजट लाया जाना है। लोकसभा के उपाध्यक्ष का चुनाव भी इसी सत्र के दौरान होगा।
विपक्ष के नेता का दर्जा देने के मामले में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन कह चुकी हैं कि वह इस विषय पर बजट सत्र से पहले निर्णय कर लेंगी। कांग्रेस सहित किसी भी दल को इस लोकसभा चुनाव में इतनी सीटें नहीं मिली हैं कि किसी को सदन में नेता प्रतिपक्ष का दर्जा मिल सके। नेता प्रतिपक्ष का दर्जा पाने के लिए किसी दल के पास सदन की कुल संख्या का कम से कम 10 प्रतिशत यानी 55 सदस्य होने चाहिएं। सबसे बड़े विपक्षी दल कांग्रेस के पास केवल 44 सीटें हैं, हालांकि कांग्रेस इस आधार पर इस पद का दावा कर रही है कि उसकी अगुवाई वाले चुनाव पूर्व गठबंधन संप्रग की सीटें इतनी हैं कि उसे यह पद मिल सके।