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Monday 8 September 2014 07:14:35 PM
बहराइच। बहुसंख्यक वर्ग के सम्मान व प्रतिष्ठा की रक्षा करना यदि सांप्रदायिकता है, आंतकवादी घटनाओं में शामिल लोगों को छोड़ने की सरकारी पहल का विरोध करना यदि सांप्रदायिकता है, सरकारी योजनाओं में संविधान की अनदेखी कर वर्ग विशेष के लोगों को लाभ पहुंचाने का विरोध करना यदि सांप्रदायिकता है, तो हमें सांप्रदायिक होने से कोई गुरेज नहीं है। ये बातें भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने बलहा में आयोजित विधानसभा स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा कि जनता यदि अखिलेश सरकार से 2017 से पहले निजात पाना चाहती है तो उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को भारी मतों से चुनाव जिताए।
बहराइच में आई भयावह बाढ़ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार बाढ़ जैसी गंभीर समस्या पर संवेदनहीनता का परिचय दे रही है, प्रदेश सरकार बाढ़ पीड़ितों को उसके हाल पर छोड़कर नीदरलैंड में सैर सपाटे में मस्त हैं। लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने केंद्र सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा 100 दिन के भीतर न केवल मंहगाई पर नकेल कसी गई है, बल्कि विभिन्न रोजमर्रा की वस्तुओें की कीमतों में गिरावट आई है, विदेशों में देश ने खोई हुए प्रतिष्ठा अर्जित की, सीमा पर सैनिकों के हौसले बुलंद हुए, जीडीपी में वृद्धि हुई है। प्रदेश में विकास तेज हो, कानून व्यवस्था दुरूस्त हो, जनता खुशहाल हो इसके लिए जनता भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने के लिए कमल के फूल के सामने के बटन को दबाएं। सम्मेलन में उपस्थित लोगों में प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष कर्ण सिंह पटेल, सांसद दद्दन मिश्रा, कीर्ति वर्धन सिंह, सावित्री बाई फूले, जटाशंकर सिंह, गुलाब शुक्ला आदि प्रमुख हैं।