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Wednesday 17 September 2014 06:23:58 PM
नई दिल्ली। हिंदी दिवस के मौक़े पर एबीपी न्यूज़ ने साहित्यिक विषयों पर लेखन के लिए पत्रकार फ़िरदौस ख़ान को सर्वश्रेष्ठ ब्लॉगर का सम्मान दिया है। फ़िरदौस ख़ान एक शायरा और कहानीकार भी हैं और उन्हें जानने वाले उनको लफ़्ज़ों के जज़ीरे यानी द्वीप की शहज़ादी के नाम से भी पुकारते हैं। यह सम्मान उन्हें नई दिल्ली के पार्क होटल में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया। फ़िरदौस ख़ान कई भाषाओं की जानकार हैं। उन्होंने दूरदर्शन, देश-विदेश के समाचार-पत्रों और फीचर्स एजेंसिंयों में अपनी सेवाएं दी हैं, साप्ताहिक समाचार-पत्रों का संपादन भी किया है। ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन पर उनके कार्यक्रमों का प्रसारण होता रहा है। वह देश-विदेश के विभिन्न समाचार-पत्रों, पत्रिकाओं और समाचार व फीचर्स एजेंसी के लिए लिखती रही हैं। उत्कृष्ट पत्रकारिता, कुशल संपादन और लेखन के लिए उनको अनेक सम्मान मिले हैं।
फ़िरदौस ख़ान ने हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की तालीम भी ली है। उर्दू, पंजाबी, अंग्रेज़ी और रशियन अदब में उनकी ख़ास दिलचस्पी है। वह मासिक पैग़ामे-मादरे-वतन की संपादक रही हैं और मासिक वंचित जनता में संपादकीय सलाहकार हैं, वे स्टार न्यूज़ एजेंसी में संपादक हैं। स्टार न्यूज़ एजेंसी और 'स्टार वेब मीडिया' नाम से उनके दो न्यूज़ पोर्टल हैं, उनके कई ब्लॉग भी हैं। फ़िरदौस डायरी और मेरी डायरी उनके हिंदी के ब्लॉग हैं। हीर पंजाबी का ब्लॉग है, जहांनुमा उर्दू का और द पैराडाइज़ अंग्रेज़ी का ब्लॉग है।
फ़िरदौस ख़ान रूहानियत में यक़ीन रखती हैं और सूफ़ी सिलसिले से जुड़ी हैं। उन्होंने सूफ़ी-संतों के जीवन दर्शन पर आधारित एक किताब 'गंगा-जमुनी संस्कृति के अग्रदूत' लिखी है, जिसे साल 2009 में प्रभात प्रकाशन समूह ने प्रकाशित किया था। क़ाबिले-ग़ौर है कि फ़िरदौस ख़ान ने ही कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी को हिंदुस्तान का शहज़ादा कहकर संबोधित किया था, तभी से राहुल गांधी के लिए शहज़ादा शब्द का इस्तेमाल हो रहा है। उनका कहना है कि लिखने से पहले लफ़्ज़ों को जीना पड़ता है, मेरे अल्फ़ाज़, मेरे जज़्बात और मेरे ख़्यालात की तर्जुमानी करते हैं, क्योंकि मेरे लफ़्ज़ ही मेरी पहचान हैं।
सम्मानित ब्लॉगरों में दिल्ली की रचना (महिलाओं के मुद्दों पर लेखन), दिल्ली के पंकज चतुर्वेदी (पर्यावरण विषय पर लेखन), दिल्ली के मुकेश तिवारी (राजनीतिक मुद्दों पर लेखन), दिल्ली के प्रभात रंजन (हिंदी साहित्य और समाज पर लेखन) अलवर के शशांक द्विवेदी (विज्ञान विषय पर लेखन),मुंबई के अजय ब्रम्हात्जम (सिनेमा, लाइफ़ स्टाइल पर लेखन), इंदौर के प्रकाश हिंदुस्तानी (समसामायिक विषयों पर ब्लॉग), फ़तेहपुर के प्रवीण त्रिवेदी (स्कूली शिक्षा और बच्चों के मुद्दों पर ब्लॉग) और लंदन की शिखा वार्ष्णेय (महिला और घरेलू विषयों पर लेखन) शामिल हैं। उनका चयन एबीपी के मेहमान सुधीश पचौरी, डॉ कुमार विश्वास, प्रसून जोशी और नीलेश मिश्र ने किया।