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Thursday 13 November 2014 04:54:51 PM
नई दिल्ली। संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यूटीआई की स्वर्णजयंती को यादगार बनाने के लिए स्मारक डाक टिकट जारी किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि स्मारक डाक टिकट यूटीआई की ऐतिहासिक उपलब्धि और इस संगठन के प्रति लोगों के विश्वास को मान्यता देता है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जनता वित्तीय समावेशी योजना का हिस्सा बनने की प्रतीक्षा में है। उन्होंने कहा कि हाई-स्पीड इंटरनेट के साथ सभी गांवों को जोड़ना आसान नहीं है, किंतु सरकार डिजिटल भारत कार्यक्रम के माध्यम से ऐसा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
रविशंकर प्रसाद ने MyGov पोर्टल जैसी अपनी सरकार की कई प्रमुख पहलों के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की, जिसका व्यापक इस्तेमाल विभिन्न मुद्दों पर लोगों से सुझाव प्राप्त करने के लिए किया जा रहा है। डिजिटल भारत सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है, जिसका लक्ष्य देश के सभी गांवों को डिजिटल रूप से जोड़ना है, ताकि लोगों को ऑनलाईन सेवाएं मिल सकें। यूटीआई के प्रबंध निदेशक लियो पुरी ने कहा कि वर्ष 1964 से लेकर यूटीआई ने भारतीय वित्त बाजार के विकास में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है।
यूटीआई मुचुअल फंड भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (एसईबीआई,सेबी) में पंजीकृत मुचुअल फंड है, जो भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और भारतीय जीवन बीमा निगम के प्रायोजित है। यूटीआई मुचुअल फंड भारत के सबसे बड़े मुचुअल फंडों में एक है, जिसके 30 सितंबर 2014 को इसकी 128 घरेलू योजनाओं के अधीन 95.80 लाख निवेशक खाते मौजूद हैं।