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Friday 9 January 2015 04:49:01 AM
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने एनसीसी कैडेटों से आह्वान किया है कि वे हमारे समाज की विविधता का संरक्षण करें और उसे बढ़ावा दें, जिसने एक बेजोड़ और मिश्रित राष्ट्रीय पहचान दी है एवं जो शेष विश्व के लिए संदेश का एक स्रोत है। उपराष्ट्रपति ने राष्ट्रीय कैडेट कोर गणतंत्र दिवस शिविर-2015 का उद्घाटन करते हुए कहा कि राष्ट्रीय कैडेट कोर ने राष्ट्रीय एकता और सांप्रदायिक सद्भाव का श्रेष्ठ उदाहरण कायम किया है। उन्होंने आकर्षक 'सलामी गारद' की भी सराहना की।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि प्रत्येक समाज में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक भेदों के आधार पर कुछ त्रुटियां हैं और हम इसका अपवाद नहीं हैं, एक ओर हम अभी भी गरीबी और विकास की कमी से जुड़ी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सांप्रदायिकता, जातिवाद, भाषाई और क्षेत्रीय भेदभाव का भी सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक अच्छे नागरिक का कर्तव्य सबके लिए स्वतंत्रता, समानता, भाईचारा और न्याय के संवैधानिक सिद्धांतों के प्रति सच्चा बना रहना है। उन्होंने देश के युवाओं को विकसित करने और राष्ट्र निर्माण की दिशा में योगदान के लिए वर्दी वाले सबसे बड़े संगठन-राष्ट्रीय कैडेट कोर के प्रयासों की सराहना की।
मोहम्मद हामिद अंसारी ने कहा कि राष्ट्रीय कैडेट कोर हमारे युवाओं की सभी गतिविधियों के लिए मार्गदर्शक हैं, जिससे सामाजिक बदलावों के संदर्भ में एक सृजनशील ताकत के रूप में सामंजस्य स्थापित करने में मदद मिलती है और जिससे आधारभूत स्तर पर समाज में जागरुकता पैदा होती है। उपराष्ट्रपति के आगमन पर महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अनिरुद्ध चक्रवर्ती ने उनकी आगवानी की। शिविर में सभी राज्यों और देश के सभी केंद्र शासित प्रदेशों के 17 राष्ट्रीय कैडेट कोर निदेशालयों से 707 बालिका कैडेटों सहित 2070 कैडेट भाग ले रहे हैं। प्रधानमंत्री की रैली 28 जनवरी 2015 के साथ इस शिविर की समाप्ति हो जाएगी।