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Wednesday 14 January 2015 06:05:00 AM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि यदि प्रदेश के नौजवानों को हुनरमंद बनाकर उन्हें रोज़गार के अवसर उपलब्ध करा दिए जाएं तो देश एवं प्रदेश तरक्की के मामले में दुनिया के अन्य देशों को पीछे छोड़ सकते हैं। राज्य सरकार प्रदेश के नौजवानों को रोज़गार के अवसर उपलब्ध कराने के हर संभव प्रयास कर रही है यह दावा करते हुए उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की है कि राज्य सरकार के उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन से निजी क्षेत्र तेजी से जुड़ रहा है और इसके तहत अब तक 14 से 35 आयु वर्ग के लगभग एक लाख युवाओं, महिलाओं को रोज़गारपरक प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन तथा भारत अभ्युदय फाउंडेशन के ‘युवाओं को युवा की कलम से’ कार्यक्रम में विचार व्यक्त करते हुए 12 राजकीय विद्यालयों के 50 छात्र-छात्राओं को बेहतर सुझाव देने एवं उनकी समस्याओं पर राज्य सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए प्रोत्साहन स्वरूप लैपटॉप का वितरण किया और छात्र-छात्राओं को व्यक्तिगत तौर पर मदद उपलब्ध कराने वाले 6 अध्यापकों को सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री कौशल विकास मिशन के तहत प्रशिक्षण प्राप्त 100 प्रतिभागियों को उनके प्रमाणपत्र वितरित करने के अलावा मिशन की विवरणिका ‘उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन’ का विमोचन किया। उन्होंने भारत अभ्युदय फाउंडेशन की वेबसाइट लाइफसेट डॉट नेट लांच की और इस संस्था की बुकलेट ‘माई स्कूल, माई वॉयस’ का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री को सुझाव के तौर पर लिखे गए कुछ छात्र-छात्राओं के पत्रों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इनके माध्यम से प्रदेश की बेहतरी के लिए कई उपयोगी सुझाव मिले हैं, साथ ही कई छात्राओं ने पठन-पाठन में आ रही समस्याओं की तरफ भी सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया है, जिनके संबंध में कार्रवाई की जा रही है। मुख्यमंत्री ने उन बालिकाओं की प्रशंसा की, जिन्होंने उन्मुक्त भाव से मुख्यमंत्री के सामने अपने लक्ष्यों को प्रकट किया। उन्होंने इस मौके पर कौशल विकास मिशन से जुड़ने वाली निजी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को राज्य सरकार की तरफ से हर संभव मदद देने का भरोसा भी दिया। उन्होंने कहा कि इन कंपनियों के प्रयासों के फलस्वरूप प्रदेश के नौजवानों को आगे बढ़ने में सहायता मिलेगी। अखिलेश यादव ने प्रदेश की विशाल युवा आबादी का जिक्र करते हुए कहा कि इन्हें यथाशीघ्र हुनरमंद बनाना आवश्यक है, जिससे यह आत्मनिर्भर होकर अपना जीविकोपार्जन करते हुए समाज की बेहतरी के लिए रचनात्मक सहयोग प्रदान कर सकें।
कौशल विकास विभाग के राज्यमंत्री प्रोफेसर अभिषेक मिश्र ने कहा कि देश एवं प्रदेश की 2 फीसदी जनसंख्या को भी औपचारिक रूप से प्रशिक्षण नहीं मिल पा रहा है, जबकि कई विकसित देशों में 70 फीसदी से अधिक आबादी को औपचारिक प्रशिक्षण देकर उन्हें कुशल कामगार के रूप में तैयार किया जाता है। उन्होंने प्रदेश के नौजवानों की तरक्की के लिए मुख्यमंत्री के निर्णयों की जानकारी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं प्रदेश के नौजवानों के कौशल विकास के लिए रुचि लेते हैं और इसके लिए किए जा रहे हर प्रयास को सहयोग प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि बेरोज़गार और कम पढ़े-लिखे नौजवानों को प्रशिक्षित कर उन्हें अधिक पारिश्रमिक पर काम करने के लिए कुशल कामगार के रूप में तैयार किया जा सकता है। अभिषेक मिश्र ने निजी क्षेत्र की कंपनी के साथ अनुबंध के दस्तावेज का आदान-प्रदान किया और दावा किया कि इसके तहत अगले 5 साल में लगभग 60 हजार युवक-युवतियों को प्रशिक्षण देकर रोज़गार उपलब्ध कराने की योजना है। उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन निगम ने भी आउटसोर्सिंग के माध्यम से रखे जाने वाले कार्मिकों की भर्ती में मिशन से सफलतापूर्वक उत्तीर्ण युवाओं को वरीयता देने के लिए मिशन के साथ एमओयू हस्ताक्षरित किया।
कार्यक्रम में मुख्य सचिव आलोक रंजन ने कहा कि राज्य सरकार, केंद्र सरकार की पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना, स्पेशल सेंट्रल एसिस्टेंस टू शेड्यूल्ड कास्ट सब प्लान, मल्टी सेक्टोरल डेवलेपमेंट प्लान, बॉर्डर एरिया डेवलेपमेंट प्रोग्राम और बिल्डिंग एंड अदर कंस्ट्रक्शन वर्कर्स परियोजनाओं को सम्मिलित करते हुए इसे एकीकृत रूप देकर स्किल डेवलपमेंट का कार्यक्रम संचालित कर रही है। उन्होंने कहा कि इसमें 21 दिसंबर 2013 से अब तक लगभग 46 लाख युवाओं को पंजीकृत किया गया है। स्किल डेवलपमेंट योजना के तहत प्रशिक्षित सूफिया अंसारी एवं सुनीता यादव, भारत अभ्युदय फाउंडेशन की महिमा यादव तथा बुशरा ने भी अपने विचार व्यक्त किए और राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की। सूफिया अंसारी तथा सुनीता यादव ने कहा कि वे आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से आती हैं, जहां उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए उनके परिवार से आर्थिक मदद मिलनी असंभव थी।
भारत अभ्युदय फाउंडेशन की चेयरपर्सन समीना बानो तथा विनोद यादव ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने फाउंडेशन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इन दोनों ने अपने विदेश प्रवास के अनुभव भी कार्यक्रम के प्रतिभागियों से साझा किए और कहा कि वे चाहते हैं कि युवा उनका अपने करियर के क्षेत्र में अधिकतम लाभ उठाएं। इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री शिवपाल सिंह यादव, राजनैतिक पेंशन मंत्री राजेंद्र चौधरी, माध्यमिक शिक्षा मंत्री महबूब अली, सांसद डिम्पल यादव, प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल, सचिव मुख्यमंत्री पार्थ सारथी सेन शर्मा, सचिव कौशल विकास विभाग भुवनेश कुमार, मिशन निदेशक रितु माहेश्वरी सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन विद्युत राज्यमंत्री यासर शाह ने किया।