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Monday 19 January 2015 03:46:19 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजीजू ने नई दिल्ली में दूसरे राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसी दिवस समारोह की अध्यक्षता की और एनआईए में अधिकारियों को उनकी सेवाओं के लिए पुरस्कार वितरण किया। उन्होंने कहा कि एनआईए का कार्य जटिल और सराहनीय है, इसके जांच नतीजे संतोषजनक हैं। गृह राज्यमंत्री ने कहा कि आतंकवाद और संगठित अपराध बड़ी चुनौती हैं। इस अवसर पर जाने-माने स्तंभकार, लेखक और वरिष्ठ संपादक शेखर गुप्ता ने 'पाकिस्तान एंड नेबरहुड ए हॉकिश एजेंडा' विषय पर दूसरा आरवी राजू स्मारक में व्याख्यान दिया।
पहला एनआईए दिवस राष्ट्रीय जांच एजेंसी की स्थापना के पांच वर्ष पूरे होने पर 20 जनवरी 2014 को मनाया गया था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी की स्थापना 2008 के राष्ट्रीय जांच एजेंसी अधिनियम के तहत की गई थी। मुंबई में 26/11 के हमलों को देखते हुए आतंकवाद के खिलाफ भारत के कानूनी उपायों के अंतर्गत यह कानून बनाया गया था। आरवी राजू 19 जनवरी 2009 को एनआईए के पहले महानिदेशक बने थे। एनआईए अधिनियम 2008 के अंतर्गत एजेंसी को विभिन्न प्रकार के अपराधों की जांच करने का अधिकार है। एनआईए गृह मंत्रालय के सौंपे जाने अथवा स्वयं अपनी ओर से गंभीर समझे जाने वाले मामलों की जांच करती है।
मुख्यालय के अलावा एनआईए की 6 शाखाएं हैदराबाद, गुवाहाटी, कोच्चि, मुंबई, लखनऊ और कोलकाता में स्थित हैं। अभी तक एनआईए को 92 मामले जांच के लिए सौंपे गए हैं। इनमें से ज्यादातर मामले ट्रायल यानी मुकदमे के दौर में पहुंच चुके हैं। बारह मामलों में सुनवाई पूरी हो चुकी है या आंशिक रूप में पूरी हो गई है और फैसले आ चुके हैं। दस मामलों में आईएनए दोष सिद्ध कर चुकी है। केंद्रीय गृह सचिव अनिल गोस्वामी एवं वरिष्ठ अधिकारी भी इस मौके पर मौजूद थे।