स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Sunday 8 February 2015 02:28:56 AM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारतीय मिशनों के प्रमुख को वर्तमान वैश्विक वातावरण का उपयोग करें, ताकि भारत बड़ी भूमिका का निर्वाह कर सके। उन्होंने कहा कि आप गरिमापूर्ण धरोहर के सशक्त प्रतिनिधि हैं, विश्व शांति के समक्ष उत्पन्न चुनौतियों से निपटने में दुनिया की सहायता करने के लिए भारत को बड़ी जिम्मेदारी का निर्वाह करना है। उन्होंने कहा कि भारत को जलवायु परिवर्तन के खिलाफ प्रमुख भूमिका का निर्वाह अवश्य करना चाहिए, क्योंकि प्रकृति से प्रेम भारतीय संस्कृति का हिस्सा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्तमान वैश्विक वातावरण एक दुर्लभ अवसर प्रदान करता है, जिसमें विश्व भारत को अपनाने का अत्यंत इच्छुक है और राष्ट्र पूरे विश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है।
विश्वभर में तैनात भारतीय मिशनों के प्रमुखों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वे इस बेजोड़ अवसर का लाभ उठाएं, ताकि मात्र संतुलन कायम करने वाली ताकत की बजाय भारत एक प्रमुख भूमिका का निर्वाह कर सके। भारतीय मिशनों के प्रमुखों की भूमिका पर बल देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आप गरिमापूर्ण धरोहर के सशक्त प्रतिनिधि हैं। उन्होंने कहा कि आपको भारत की विकास प्राथमिकताओं का प्रचार करने विदेशों में भारत के हितों को प्रोत्साहित करने के लिए अथक प्रयास करने चाहिए। प्रधानमंत्री ने 21वीं सदी की चुनौतियों का जिक्र करते हुए कहा कि विश्व शांति और समृद्धि के समक्ष नए खतरे उत्पन्न हुए हैं और इन चुनौतियों से निपटने में दुनिया की सहायता करने के लिए भारत को बड़ी जिम्मेदारी का निर्वाह करना है।
संयुक्त राष्ट्र में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रिकॉर्ड समय में पारित कराने का श्रेय भारतीय राजनयिक समुदाय को प्रदान करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि योग को तनाव का समाधान करने सहित दुनिया के लागों की रोजमर्रा की समस्याओं का समाधान करने के साधन के रूप में प्रचारित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नीति आयोग ने भारत वंशियों को देश की बड़ी ताकत के रूप में मान्यता प्रदान की है। उन्होंने कहा कि इस ताकत को बढ़ाने में मिशन प्रमुखों को नए उपाय अवश्य करने चाहिए। इस अवसर पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह और विदेश सचिव एस जयशंकर भी मौजूद थे।