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भारतवासी अब सीखेंगे आदर-सत्कार!

राज्यमंत्री ने जारी की 'इंडिया-दी लैंड ऑफ योगा'

पर्यटन की फिल्में 'अतिथि देवो भवः' जारी

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 20 June 2015 03:59:05 AM

dr. mahesh sharma releasing the 'india–the land of yoga'

नई दिल्ली। पर्यटन, संस्कृति (स्वतंत्र प्रभार) एवं नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री डॉ महेश शर्मा ने एक समारोह में टीवी विज्ञापन 'अतिथि देवो भवः' के नए संस्करण और 'इंडिया-दी लैंड ऑफ योगा' नामक विवरणिका जारी की। उन्होंने बताया कि 'अतिथि देवो भवः' विषय पर चार फिल्में बनाई गई हैं, जो लोगों को जागरुक करेंगी कि भारत आने वाले पर्यटकों का स्वागत कैसे किया जाए और उनके साथ ईमानदारी तथा सहायतापूर्ण व्यवहार कैसे किया जाए। इन फिल्मों में सफाई और स्वच्छता के बारे में भी जानकारी दी गई है। इन फिल्मों के ब्रांड एंबेस्डर फिल्म अभिनेता आमिर खान हैं और इनका निर्देशन प्रतिष्ठित फिल्म निर्माता प्रसून जोशी ने किया है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2015 को पूरे विश्व में मनाए जाने के उपलक्ष्य में 'इंडिया-दी लैंड ऑफ योगा' नामक विवरणिका जारी की गई। इसे जारी करते हुए डॉ महेश शर्मा ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का मनाया जाना भारत के लिए गौरव की बात है और दुनिया के कई देशों ने हमारे इस प्रयास को समर्थन दिया है। योग संबंधी विवरणिका में भारत के योग स्थलों के बारे में जानकारी दी गई है, जिससे योग को एक पर्यटन उत्पाद के रुप में पेश करने में मदद मिलेगी। पर्यटन सचिव डॉ ललित पंवार ने कहा कि योग हमारी तरफ से विश्व को एक अनूठा उपहार है और इससे भारत में विश्व पर्यटन को प्रोत्साहन देने में मदद मिलेगी।
डॉ महेश शर्मा ने फिल्मों को बनाने और भारतीय पर्यटन की छवि को प्रोत्साहन देने के लिए ब्रांड एंबेस्डर आमिर खान और निदेशक प्रसून जोशी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि भारत में सुरक्षा, स्वागत और सफाई पर्यटन की मुख्य शक्तियां हैं और पर्यटन मंत्रालय इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अभियान स्तर पर प्रयास कर रहा है। डॉ महेश शर्मा ने कहा कि भारत सरकार ने विदेशी पर्यटकों की मदद और भारत आगमन पर उनका मार्गदर्शन करने के लिए हेल्पलाइन शुरू की है, जिनका नंबर 1363 और 1800-111-363 है। विदेशी पर्यटकों की सुविधा के लिए एक महीने के अंदर हेल्पलाइन शुरु हो जाएगी, ये हेल्पलाइन 12 विदेशी भाषाओं में सेवाएं उपलब्ध कराएगी।
पर्यटन राज्यमंत्री ने भारत में चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पर्यटन बोर्ड की स्थापना की भी घोषणा की है। यह बोर्ड अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भारत में उपलब्ध विभिन्न चिकित्सा प्रणालियों के विषय में जानकारी प्रदान करेगा, जिनमें आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी और सस्ते एलोपैथिक उपचार शामिल हैं। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्रों सहित विभिन्न हितधारकों के सहयोग से इसके तहत भारत में चिकित्सा पर्यटन का संगठित ढांचा तैयार करने में मदद मिलेगी। पर्यटन को बढ़ावा देने के एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय का उल्लेख करते हुए डॉ महेश शर्मा ने घोषणा की कि अगले वर्ष स्वदेश दर्शन योजना के तहत चार नए विषय वस्तु आधारित सर्किटों का विकास किया जाएगा।
डॉ महेश शर्मा ने बताया कि इन चार सर्किटों में वन्यजीव, अध्यात्म, मरुस्थल और रामायण शामिल हैं। ये चार सर्किट उन पांच सर्किटों के अतिरिक्त हैं, जिन्हें पर्यटन मंत्रालय पहले से विकसित कर रहा है। पर्यटन के महत्व का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इससे विदेशी मुद्रा अर्जन तो होता ही है, लेकिन रोज़गार के अवसर पैदा करने में भी मदद मिलती है। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि 'पर्यटन मौसम' की अवधारणा से आगे जाकर भारत को एक ऐसे पर्यटन स्थल के रूप में प्रोत्साहित किया जाना चाहिए, जहां साल भर पर्यटन किया जा सके। उन्होंने कहा कि चिकित्सा पर्यटन, एमआईसीई, आध्यात्मिक पर्यटन, योग आदि को बढ़ावा देकर यह लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।
गीतकार और कवि प्रसून जोशी ने इस अवसर पर कहा कि 'अतिथि देवो भवः' हमारी संस्कृति की बुनियाद है और पर्यटन के उद्देश्य से हमें इसे अपनी यूएसपी के तौर पर प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जारी होने वाली चारों फिल्मों को देशभर में विभिन्न टेलीविजन चैनलों के जरिए 'अतिथि देवो भवः' का संदेश पहुंचाने के लिए दिखाया जाएगा। ये फिल्में पर्यटन और पर्यटन मूल्यों के महत्व के बारे में लोगों को शिक्षित करती हैं। यह पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन मंत्रालय के प्रयासों को बढ़ाती है। इस अवसर पर पर्यटन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

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