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Wednesday 8 July 2015 01:31:34 AM
अस्ताना/ नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कजाखस्तान के राष्ट्रपति नूरसुल्तान नजरबायेव को भारत में उद्गम हुए धर्मों से संबंधित पुस्तकों का एक सेट भेंट किया। राष्ट्रपति नजरबायेव 2003 से हर तीन वर्ष बाद अस्ताना में शांति और मिलन पर विश्व के नेताओं और पारंपरिक धर्म के मार्गदर्शकों के सम्मेलन का आयोजन करते हैं। उपहार में दी गई पुस्तकों के सेट में गुरु ग्रंथ साहिब का अंग्रेजी अनुवाद और राष्ट्रीय संग्रहालय दिल्ली के पांडुलिपियों के संग्रह से विशेष रूप से कमीशन प्रतिकृतियां भी शामिल हैं। प्रतिकृतियों में जैन धर्म के सबसे पवित्र ग्रंथों में से एक भद्रबाहू के कल्पसूत्र (15वीं सदी ईस्वी) प्राकृत में, बौद्ध धर्म के सबसे महत्वपूर्ण शास्त्र अष्टसहरिका प्रज्ञापरमिता (12वीं सदी ईस्वी) संस्कृत में और वाल्मीकि रामायण (18वीं सदी ईस्वी) का नास्टलिक लिपि में फारसी अनुवाद शामिल है।