स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 20 October 2015 04:30:48 AM
देहरादून। पहाड़ों के उत्पाद अब आप पहाड़ी शॉप डॉट कॉम ऑनलाइन के जरिए भी हासिल कर सकते हैं। यह सुविधा उनके लिए ज्यादा उपयोगी हो सकती है, जो पहाड़ों से अपना घर-बार छोड़ दूर प्रवास कर रहे हैं। ज्ञातव्य है कि रोज़गार के लिए पहाड़ों से पलायन एक आम समस्या है। अपने घर से दूर जा चुके लोग जहां अपनी मिट्टी से दूर होने का एहसास करते हैं, वहीं उनको शहरों का खान-पान, रीति रिवाज़ और वहां का सामाजिक माहौल भी अपनाना पड़ता है, फलस्वरूप उनकी नई पीढ़ी पहाड़ की जीवनशैली, वहां की वनस्पतियों, हस्तशिल्प, पहाड़ी पहनावे और परंपरागत खान-पान से अलग-थलग पड़ जाती है। पहाड़ी शॉप डॉट कॉम ऑनलाइन का दावा है कि वह उनको अपने रीति रिवाजों से जोड़े रखने में उनकी इस काम में काफी सहायता कर सकती है।
ई-कॉमर्स आज फास्ट गोइंग लाइफ का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है, वहां पहाड़ी भी क्यों पीछे रहें? सोचिए! रविवार या छुट्टी के दिन आपके घर-ऑफिस से आपके प्रियजन आ रहे हैं और आप उनको कोई पहाड़ी व्यंजन भोजन जैसे-तोर की दाल, फाणु या भट्वाणी परोसना चाहें, लेकिन आपकी मॉर्डर्न किचन में न तो गैथ की दाल है, न तोर, न ही पहाड़ी सफ़ेद और लाल वाला राजमा और न ही भट्ट। आप मन मसोसकर बाजार की पॉलिश की हुई लाल पीली दाल पर आ जाते हैं। आप चाहें तो अपने पहाड़ों की दालों का ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं। ऑर्डर के बाद आपका पसंदीदा सामान कुछ ही दिन में आपके दरवाजे पर होगा।
अपने दोस्तों को बताइए कि पहाड़ की गैथ की दाल कैसे पथरी का अचूक रामबाण इलाज है या फिर कैसे गाय के शुद्ध घी की मालिश से जोड़ों के दर्द से निजात मिलती है, पहाड़ का अचार, आंवले संतरे का फल और बुरांस का जूस, ज़ख़िया का तड़का, जोशीमठ के भेड़ों की ऊन से काती गई शॉलें, चॉकरोता का राजमा, द्वाराहाट की दालें, भाभर की बासमती, कार्तिक के महीने का शहद कितना अच्छा और मुफीद है। महानगरों में सपना सा दिखने वाली इस योजना का बीड़ा उत्तराखंड के कुछ अप्रवासी पहाड़ी युवाओं ने उठाया है। अपने पहले चरण में वे दिल्ली एनसीआर के अप्रवासियों तक ये उत्पाद पहुंचाएंगे, जिनको आगे मांग के अनुरूप अन्य शहरों तक भी पहुंचाया जाएगा। वेबसाइट का दावा है कि पहाड़ी उत्पाद सीधे गांव के किसानों से लेकर आप तक पहुंचा दिया जाएगा।
उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत स्वयंसेवी संगठन और सहायता समूहों को इस मुहिम से जोड़ने की पहल की बात की जा रही है, जिससे शहरी लोगों को ये उत्पाद समुचित दामों पर उपलब्ध हो सकें। पहाड़ी शॉप डॉट कॉम वेबसाइट का उद्घाटन गढ़वाल के संगीत सम्राट कहे जाने वाले नरेंद्र सिंह नेगी ने किया। हाईलेंडर्स वेंचर्स कंपनी की यह पहल है। इसके मुख्य सदस्यों में विपिन पंवार, नीरज रावत, अनूप डोबरियाल, अभिनव सुयाल, मनोज रावत, दिनेश नेगी, जाने-माने लेखक, अभिनेता डायरेक्टर मदन दुक्लान भी उपस्थित थे। नरेंद्र सिंह नेगी ने इस प्रयास की भूरी-भूरी प्रशंसा की और अप्रवासी उत्तराखंडियों से सही खान-पान को अपनाने की अपील भी की। इससे उनके खरीदे उत्पाद का सीधा लाभ पहाड़ के किसानों, हस्तशिल्प और कुटीर उद्योगों को भी मिल सकेगा।
साल-दो साल में एक बार घर जाने वाले अप्रवासी पहाड़ी सिर्फ एक समौण और एक कुट्यारी तक क्यों सीमित रहें? पहाड़ी उत्पादों को ऑनलाइन उपलब्ध करवाने का पहाड़ी शॉप डॉट कॉम ने बीड़ा उठाया है। आप इस वेबसाइट पर जाइए और अपनी पसंद का पहाड़ी उत्पाद चयन कीजिए। उसमें ऑनलाइन पेमेंट का ऑप्शन आपके लिए उपलब्ध है। इस विषय में किसी छलकपट से बचने के लिए सावधानी और जागरूकता आपके काम आएगी। आपको यह सलाह दी जाती है कि आप भुगतान और सामान के विषय में पहले संतुष्ट हों।