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कारागार वृहत्तर सुधार केंद्र बनें-मुख्यमंत्री

लखनऊ में कारागार मुख्यालय भवन का लोकार्पण

मुख्यालय भवन आधुनिक तकनीक से सुसज्जित

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 3 October 2018 02:44:13 PM

launch of prison headquarters building in lucknow

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में डॉ सम्पूर्णानंद कारागार प्रशिक्षण संस्थान के परिसर में नवनिर्मित कारागार मुख्यालय भवन का लोकार्पण किया और कहा कि नकारात्मक सोच व्यक्ति को अपराध की ओर ले जाती है, जबकि रचनात्मक मिशन से जुड़ने पर नकारात्मकता में कमी आती है और व्यक्ति सामाजिक योगदान में सक्षम बनता है, इसीलिए कारागारों को वृहत्तर सुधार केंद्र के साथ ही रचनात्मक कार्यों के केंद्र के रूपमें विकसित किया जाना चाहिए। उन्होंने इस अवसर पर बताया कि कारागारकर्मियों को पुष्टाहार भत्ता दिए जाने हेतु कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने डॉ सम्पूर्णानंद कारागार प्रशिक्षण संस्थान के परिसर में पौधरोपण किया। उन्होंने कैदियों के बनाई वस्तुओं की प्रदर्शनी का शुभारम्भ एवं अवलोकन किया और कहा कि कारागारों में रचनात्मक गतिविधियां सकारात्मक कदम हैं और इन्हें प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवाएं विभाग का कारागार मुख्यालय भवन अत्यंत भव्य और कम लागत में तैयार हुआ है, जिसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यदायी संस्था को साधुवाद दिया। उन्होंने कहा कि कार्य की स्वीकृति के बाद कई बार इस्टीमेट के रिवाइज होने से निर्माण लागत काफी बढ़ जाती है, राज्य सरकार इसपर रोक लगाकर निर्माण कार्यों को मानक और गुणवत्ता के अनुरूप समयसीमा में पूर्ण कराने का प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के पुराने कारागारों में देश के स्वतंत्रता संघर्ष का इतिहास मौजूद है, इन कारागारों में स्वतंत्रता सेनानियों की कहानी जीवित है, जो भीषण यातना सहने के बावजूद विचलित नहीं हुए, जिसके कारण हमारा देश स्वतंत्र हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि जेलों में स्वतंत्रता सेनानियों के इतिहास और उससे सम्बंधित दस्तावेजों को आधुनिक तकनीकी के माध्यम से संरक्षित किए जाने की आवश्यकता है।
कारागार राज्यमंत्री जय कुमार सिंह जैकी भी कार्यक्रम में उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कारागारों को आधुनिक बनाने के लिए अनेक कदम उठाए हैं, कारागारों में कैदियों के लिए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम भी संचालित हैं, जिससे जेल से बाहर आने के बाद वे स्वावलम्बी बन सकें। उन्होंने बताया कि 5 अक्टूबर 2018 को 150 कैदी रिहा किए जाएंगे। प्रमुख कारागार अरविंद कुमार ने बताया कि भवन के निर्माण के दौरान परिसर में मौजूद पुराने पेड़ों को कोई नुकसान नहीं होने दिया गया है, भवन में म्यूजियम, लाइब्रेरी, गेस्ट हाउस, कैफेटेरिया के साथ-साथ एक नियंत्रण कक्ष भी बनाया गया है, जिससे जेलों की सेंट्रली मॉनीटरिंग संभव होगी। उन्होंने कहा कि जेलों की सुरक्षा, बंदियों में अनुशासन और जेलों से अपराध संचालन की गतिविधियां रोकने के लिए कारागारों के आधुनिकीकरण का कार्य किया जा रहा है।
लोकार्पण कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं देश के द्वितीय प्रधानमंत्री हुए लालबहादुर शास्त्री के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित करके किया। कार्यक्रम में अपर पुलिस महानिदेशक कारागार चंद्रप्रकाश ने केरल के बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए एकत्रित जेलकर्मियों का 46 लाख 30 हजार रुपये का प्रतीकात्मक चेक मुख्यमंत्री को सौंपा। इस अवसर पर मुख्य सचिव डॉ अनूपचंद्र पांडेय, उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह, शासन-प्रशासन एवं कारागार विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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