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Wednesday 21 November 2018 01:59:24 PM
लखनऊ। भारतीय समन्वय संगठन 'लक्ष्य' की टीम ने राजधानी लखनऊ के उपनगर जानकीपुरम में लक्ष्य के प्रांतीय कार्यालय पर एक विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें लक्ष्य की महिला कमांडरों ने गीत-संगीत के माध्यम से बहुजन समाज के उत्थान में महापुरुषों के अनुकरणीय योगदान को याद किया। लक्ष्य कमांडरों ने देश और समाज में बहुजन समाज के योगदान और अधिकारों की चर्चा करते हुए बहुजन समाज के सामाजिक चेतना आंदोलन को मजबूत करने का आह्वान किया। लक्ष्य कमांडर धम्मप्रिया गौतम और हेमलता ने गीत और कविता के माध्यम से कहा कि अंधविश्वासी लोग निर्णय लेने में बहुत कमजोर होते हैं और वे सामाजिक कुरीतियों को अपने कंधों पर ढोते रहते हैं।
लक्ष्य कमांडर ने जोर देकर कहा कि अंधविश्वास एक दलदल है, बहुजन समाज उससे बाहर निकले। लक्ष्य कमांडर किरण वर्मा ने जोशीले गीतों के माध्यम से बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर को याद किया और बहुजन समाज को उनके बताए मार्ग पर चलने की सलाह दी। लक्ष्य कमांडर जयश्री आनंद ने मार्मिक गीत गाकर बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर को याद किया। लक्ष्य कमांडर रजनी सोलंकी और राजकुमारी कौशल ने कहा कि बहुजन समाज में जागरुकता के लिए सांस्कृतिक चेतना भी बहुत आवश्यक है, जिससे ऐसे कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम बहुजन जनजागरण में मील का पत्थर साबित होंगे। उन्होंने कहा कि सामाजिक चर्चा से ही बहुजन आंदोलन मजबूत होगा।
लक्ष्य कमांडर रेखा आर्य और संघमित्रा गौतम ने बहुजन जनजागरण के लिए गठित 'लक्ष्य सांस्कृतिक कमेटी' पर ख़ुशी जाहिर करते हुए बताया कि लक्ष्य बहुजन समाज के लोगों को जागरुक करने के लिए सभी तरह के प्रयोग करेगा। उन्होंने कहा कि सामाजिक आंदोलन में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की अहम भूमिका होती है और लक्ष्य टीम सांस्कृतिक क्षेत्र में काफी दिनों से कार्य कर रही है और अब इसका बहुजन समाज को जागरुक करने के लिए बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाएगा। लक्ष्य कमांडर मुन्नी बौद्ध और सुनीताराज बौद्ध ने संगठन की महिलाओं के कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। लक्ष्य कमांडर प्रतिभा राव, सुमिता संखवार, मालती कुरील, रश्मि गौतम, अनीता गौतम, सावित्री बौद्ध और छेदालाल भारती ने भी अपने विचार रखे और लक्ष्य के सांस्कृतिक कदमों की प्रशंसा की।