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Friday 30 November 2018 06:32:38 PM
लखनऊ। राज्यपाल राम नाईक की अध्यक्षता में आज राजभवन लखनऊ में एक बैठक हुई, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि मराठी ‘गीत रामायण’ के रचयिता जीडी माडगुलकर एवं गायक सुधीर फड़के की जन्मशती के अवसर पर श्रद्धांजलि स्वरूप गीत रामायण पर दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन वाराणसी में 10-11 जनवरी, आगरा में 13-14 जनवरी और मेरठ में 16-17 जनवरी 2019 को होगा, जिसमें जीडी माडगुलकर के पुत्र आनंद माडगुलकर और सुधीर फड़के के पुत्र श्रीधर फड़के अपनी प्रस्तुति देंगे। आनंद माडगुलकर 19 जनवरी 2019 को राजभवन लखनऊ में एक दिवसीय हिंदी भाषा में गीत रामायण की प्रस्तुति भी देंगे। राज्यपाल राम नाईक ने इस अवसर पर बताया कि वाराणसी, आगरा और मेरठ में गीत रामायण का कार्यक्रम निर्धारित स्थान पर सायं 7 बजे से होगा, कार्यक्रम को सुव्यवस्थित तरीके से आयोजित करने के लिए संबंधित जनपदों के जिलाधिकारी एवं महापौर, वहां स्थित विश्वविद्यालयों के कुलपति से भी सहयोग लिया जाएगा।
राज्यपाल राम नाईक ने बताया कि कार्यक्रम के आयोजन में महाराष्ट्र सरकार आर्थिक सहयोग करेगी तथा प्रेक्षागृह एवं कलाकारों के आवागमन व ठहरने आदि का व्यय उत्तर प्रदेश सरकार वहन करेगी। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र सरकार के बीच हुए सांस्कृतिक समझौते के अंतर्गत किया जा रहा है और यह दोनों सरकारों की ओर से एक शानदार संयुक्त सांस्कृतिक आयोजन होगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र का रिश्ता बहुत पुराना है, भगवान श्रीराम का जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ था, पर वनवास के समय पर वे नासिक के पंचवटी में रहे थे। उन्होंने बताया कि शिवाजी को महाराष्ट्र में कुछ सरदार छत्रपति राजा मानने के लिए तैयार नहीं थे, काशी से आमंत्रित पंडित गागा भट्ट ने शिवाजी का राज्याभिषेक कराया तो उन्हें छत्रपति की मान्यता मिली।
राज्यपाल राम नाईक ने बताया कि संगीत के क्षेत्र में महाराष्ट्र के पंडित विष्णुनारायण भातखंडे ने लखनऊ को अपनी साधना स्थली बनाया तथा देश के एकमात्र भातखंडे संगीत संस्थान की स्थापना की। उन्होंने कहा की मुंबई को देश की आर्थिक राजधानी बनाने में उत्तर प्रदेश के लोगों का भी बड़ा सहयोग है। बैठक में भातखंडे संगीत संस्थान अभिमत विश्वविद्यालय लखनऊ की कुलपति श्रुति सडोलीकर काटकर, महाराष्ट्र समाज आगरा के अध्यक्ष अभय पोलावे, संगठन मंत्री सुरेश मोरे, मराठी समाज वाराणसी के संतोष पाटिल, काशी गणेश उत्सव कमेटी वाराणसी के अशोक नेने, महाराष्ट्र समाज लखनऊ के सचिव दिनेश जोशी, डॉ बीएन मिश्र और मराठी समाज से जुड़े लोग भी शामिल हुए।