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Saturday 1 December 2018 04:47:41 PM
लखनऊ। दलित उत्थान सेवा समिति लखनऊ के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा भगवान हनुमान को दलित जाति का घोषित करने के पश्चात उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं समिति के संरक्षक राजबहादुर के नेतृत्व में श्री हनुमान मंदिर हजरतगंज लखनऊ जाकर पूजा-अर्चना की और हनुमान चालीसा का पाठ किया। राजबहादुर और समिति के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री से यह भी मांग की है कि वे हनुमानजी के जितने भी मंदिर हैं, वहां के प्रबंध तंत्र में दलितों की भागीदारी सुनिश्चित करें एवं वहां दलित पुजारियों की नियुक्ति की घोषणा भी करें। उन्होंने कहा कि दलित उत्थान सेवा समिति इस हेतु इस तरह के कार्यक्रम अनवरत जारी रखेगी।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री की घोषणा के साथ ही साथ केंद्र की भाजपा सरकार के एसटी आयोग के चेयरमैन ने भी अपनी घोषणा में यह बात स्वीकार की है कि भगवान हनुमानजी दलित हैं। दलित उत्थान सेवा समिति के अध्यक्ष नरेंद्र गौतम ने बताया कि आज कार्यक्रम में विजय बहादुर, डॉ लालती देवी, कांग्रेस नेता सिद्धिश्री, नरेश बाल्मीकि, सुरजीत सिंह बरनाला, हरिओम कठेरिया, सुनीता रावत, प्रदीप कनौजिया, सुशीला सोनकर, सरलेस रावत, वीषम सिंह, धर्मेंद्र रावत सोनू, अशोक कुमार, सुशील बाल्मीकि, होरीलाल, सचिन रावत, रंजीत रावत, इंद्रजीत, अवनीश कुमार, अभिषेक प्रकाश, हेमराज, रामसुमिरन, माताप्रसाद रावत, प्रभाकांत, अनिल सूरी आदि दलित समुदाय के लेाग मौजूद थे। यह भी उल्लेखनीय है कि इनमें अधिकांश लोगों का संबंध कांग्रेस से है और नरेश बाल्मीकी, राजबहादुर स्वयं कांग्रेस के जानेमाने नेता हैं और सिद्धिश्री भी लंबे समय से कांग्रेस से जुड़ी हैं।