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Monday 3 December 2018 05:11:59 PM
लखनऊ। राज्यपाल राम नाईक ने आज इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान लखनऊ में विश्व दिव्यांग दिवस पर उत्तर प्रदेश के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के राज्यस्तरीय पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में पात्र दिव्यांगों को कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण वितरित किए। राज्यपाल ने सर्वश्रेष्ठ कर्मचारियों, दिव्यांगजनों के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रेरणास्रोत, सर्वश्रेष्ठ दिव्यांग खिलाड़ी, दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्यरत व्यक्तियों एवं स्वैच्छिक संगठनों तथा कक्षा 10 एवं 12 उत्तीर्ण करने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं को मेडल एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में विभागीय मंत्री ओमप्रकाश राजभर, अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के निदेशक डॉ बलकार सिंह भी उपस्थित थे।
राज्यपाल राम नाईक ने इस अवसर पर विश्व दिव्यांग दिवस के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दिव्यांगों के शरीर में यदि एक कमी होती है तो उनमें अतिरिक्त रूपसे कोई न कोई विशेषता भी होती है, इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिव्यांग शब्द का प्रयोग किया है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों में सामान्य मनुष्य से भी आगे जाने की क्षमता है, उनकी क्षमताओं को देखते हुए उन्हें उचित मार्गदर्शन और प्रोत्साहन देने की आवश्यकता है। दिव्यांगजनों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्होंने कहा कि जो आगे बढ़ता है, उसका भाग्य भी आगे चलता है, दिव्यांग अपनी विशेषता समाज के सामने लाएं, ताकि दूसरे लोग भी उनसे प्रेरणा प्राप्त कर सकें। उन्होंने केंद्र एवं राज्य सरकार की दिव्यांगों के लिए चलाई जा रही योजनाओं एवं नए निर्णयों की सराहना की। राम नाईक ने कहा कि राज्य सरकार ने दिव्यांगों को मिलने वाली सहायता राशि को 300 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये कर दिया है, विवाह के लिए मिलने वाली धनराशि को 20 हजार रुपये से बढ़ाकर 35 हजार रुपये कर दिया है तथा दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्य कर रही गैर सरकारी संस्थाओं का भी मानदेय बढ़ाया है।
राज्यपाल ने कहा कि धनराशि का बढ़ाना राज्य सरकार की दिव्यांगों के प्रति संवेदनशीलता दर्शाती है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने यह निर्णय लिया है कि दिव्यांग बच्चों की किताबों का खर्च, स्कूल ड्रेस एवं स्कूल आने-जाने का परिवहन व्यय भी केंद्र सरकार वहन करेगी। उन्होंने इस निर्णय का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिनंदन किया। दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि विश्व दिव्यांग दिवस वास्तव में सिंहावलोकन का अवसर है। उन्होंने विभागीय योजनाओं पर प्रकाश डाला और कहा कि दिव्यांगजनों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने तथा उनकी क्षमताओं का विकास करने के लिए राज्य सरकार कृत संकल्प है। अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता ने स्वागत उद्बोधन दिया। कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। निदेशक डॉ बलकार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया तथा कार्यक्रम का संचालन अनीता सहगल ने किया।