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Monday 4 February 2019 03:11:39 PM
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य सरकार नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए प्रतिबद्ध है और परीक्षाओं की शुचिता, पवित्रता, गुणवत्ता, पारदर्शिता, विश्वसनीयता के लिए उन्होंने अधिकारियों को सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी परीक्षा केंद्र पर नकल पाए जाने पर सम्बंधित जिला अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, प्रधानाचार्य तथा केंद्र अधीक्षक व्यक्तिगत रूपसे उत्तरदायी होंगे। उन्होंने कहा कि नकल माफिया एवं अन्य नकल कराने वालों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि जिला विद्यालय निरीक्षक स्वयं संवेदनशील केंद्रों का भ्रमण कर निरीक्षण करें। मुख्यमंत्री ने ये निर्देश 7 फरवरी 2019 से प्रारम्भ हो रही हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षाओं के सम्बंध में समस्त जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों, जिला विद्यालय निरीक्षकों आदि के साथ एक वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के दौरान दिए। हाईस्कूल की परीक्षा 28 फरवरी 2019 को तथा इंटरमीडिएट की परीक्षा 2 मार्च 2019 को समाप्त होगी। वीडियो कॉंफ्रेंसिंग में उच्चशिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, राज्याधीन सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति और रजिस्ट्रार भी जुड़े हुए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों की परीक्षाएं भी 10 अप्रैल 2019 तक अवश्य सम्पन्न करा ली जाएं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि परीक्षा केंद्र के बाहर समाज विरोधी तत्वों अथवा वाह्य व्यक्तियों को एकत्र न होने दें, इसके लिए दंड प्रक्रिया संहिता की धारा-144 लागू करने के साथ सभी अन्य एहतियाती उपाय किए जाएं, परीक्षा केंद्रों के आसपास 100 मीटर की परिधि में आवश्यकता पड़ने पर निषेधाज्ञा लागू की जाए, शांति व्यवस्था बनाए रखने तथा केंद्रों पर अवांछित भीड़ न इकट्ठा होने देने का कार्य उपजिलाधिकारियों, नगर मजिस्ट्रेटों, कार्यकारी मजिस्ट्रेटों को दिया जाए, जो पुलिस दल के साथ अपने क्षेत्र के परीक्षा केंद्रों का नियमित दौरा करें और परीक्षा केंद्रों के पास ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्रयोग भी प्रतिबंधित कर दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि परीक्षार्थियों को किसी भी प्रकार के शस्त्र आदि लेकर परीक्षा स्थल पर आने की अनुमति न दी जाए। अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर आवश्यकतानुसार एसटीएफ तैनात कर नकलविहीन परीक्षाएं सम्पादित कराई जाएं। संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर अनियमितता रोकने के लिए आवश्यकतानुसार केंद्र व्यवस्थापक या जिला विद्यालय निरीक्षक एलआईयू से निगरानी हेतु जिला प्रशासन को अवश्य सूचित करें।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि परीक्षा केंद्रों के औचक निरीक्षण के दौरान वॉयस रिकॉर्डर युक्त सीसीटीवी कैमरा के प्रभावी रूपसे कार्य करने की जांच अवश्य की जाए, परीक्षा केंद्र परिसर के अंदर मोबाइल फोन, कैलकुलेटर अथवा ऐसी कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, जिसे अनुचित साधन के रूपमें प्रयोग की आशंका हो, ले जाने की अनुमति कदापि न दी जाए। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संवेदनशील जनपदों में परीक्षा केंद्रों के निरीक्षण हेतु जिला विद्यालय निरीक्षक एक पेट्रोलिंग टीम का गठन करें। उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्र पर नियुक्त कक्ष निरीक्षक पहचान पत्र सहित आधार कार्ड के साथ कक्ष निरीक्षक का कार्य करते हुए नकलविहीन परीक्षाएं सम्पादित कराएं और किसी भी दशा में विषय से सम्बंधित अध्यापक अपने विषय से सम्बंधित परीक्षाओं में कक्ष निरीक्षक का कार्य न करें। उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्रों के निरीक्षण के दौरान सचल दल अधिकारी यह विशेष रूपसे ध्यान रखें कि शांतिपूर्वक परीक्षा दे रहे किसी भी परीक्षार्थी को अनावश्यक परेशानी न हो और न ही उन्हें किसी प्रकार से भयभीत किया जाए। वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के दौरान उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, मुख्य सचिव डॉ अनूप चंद्र पांडेय, पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा राजेंद्र कुमार तिवारी, प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, माध्यमिक शिक्षा एवं उच्च शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
ज्ञातव्य है कि वर्ष 2019 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा में 31,95,603 और 26,11,319 कुल 58,06,922 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। इस वर्ष की परीक्षा हेतु 409 राजकीय, 3372 सवित्त तथा 4573 वित्तविहीन कुल 8354 विद्यालयों को परीक्षा केंद्र निर्धारित किया गया है। बीते वर्ष बनाए गए 8,549 परीक्षा केंद्रों के सापेक्ष इस वर्ष 195 परीक्षा केंद्र कम बनाए गए हैं। उत्तर प्रदेश में कुल 1,314 संवेदनशील परीक्षा केंद्र तथा 448 अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्र चिन्हित किए गए हैं। परीक्षा केन्द्रों के निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण हेतु सभी जनपदों में सचल दलों का गठन किया गया है। परीक्षा सम्बंधी दी जाने वाली आपत्तियों अथवा सुझावों को प्राप्त करने हेतु ई-मेल आईडी upboardexam2019@gmail.com है। जनपदीय शिक्षा अधिकारियों, निरीक्षण अधिकारियों, पर्यवेक्षकों, परिषद के अधिकारियों तथा शासन-प्रशासन के अधिकारियों के मध्य परीक्षा सम्बंधी दिशा-निर्देशों के त्वरित आदान-प्रदान हेतु व्हाट्सएप ग्रुप upboardexam2019 बनाया गया है। सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों, मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों एवं अन्य सभी अधिकारियों को इससे जोड़ा जा रहा है। परीक्षा सम्बंधी किसी भी प्रकार की सूचना के आदान-प्रदान हेतु माध्यमिक शिक्षा परिषद कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जहां का नम्बर 0532-2622767, 0532-2623182 और 0532-2623139 हैं। शिकायतों के लिए लखनऊ स्थित शिविर कार्यालय में एक टोल-फ्री नम्बर 1800-180-5607 भी स्थापित किया गया है।