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कांग्रेस का सपा-बसपा गठबंधन के सामने समर्पण!

'हम भाजपा के खिलाफ किसी गठबंधन को कमजोर नहीं करेंगे'

उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने मीडिया से कहा

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 19 March 2019 12:40:51 PM

raj babbar

लखनऊ। कांग्रेस ने आखिर एक प्रकार से समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी गठबंधन के सामने समर्पण कर दिया है, मगर सपा-बसपा गठबंधन के नेता अखिलेश यादव और मायावती का कहना है कि भाजपा का मुकाबला करने के लिए उन्हें कांग्रेस की कोई जरूरत नहीं है। बहरहाल उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजबब्बर ने राज्य कांग्रेस मुख्यालय पर एक प्रेसवार्ता में नाम लिए बिना भाजपा विरोधी सपा-बसपा गठबंधन के सामने झुकते हुए कहा है कि हमने पहले भी कहा था और आज भी कह रहे हैं कि एक तो हमारी सीधी लड़ाई भारतीय जनता पार्टी से है, जिसने साढ़े चार साल में इस देश को दशकों पीछे धकेल दिया है और दूसरे हम ऐसे किसी गठबंधन को कमजोर नहीं करेंगे, जिसका सीधा फायदा भारतीय जनता पार्टी को मिले। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर ने शार्ट नोटिस पर यह प्रेस कांफ्रेंस की थी। प्रेस कांफ्रेंस ऐसे मौके पर ‌की गई, जब कांग्रेस महासचिव और कांग्रेस की पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी बाड्रा भी लखनऊ में कांग्रेस मुख्यालय पर मौजूद थीं, मगर वे प्रेस कांफ्रेंस में नहीं थीं। इस प्रेस कांफ्रेंस का संदेश बिल्कुल साफ था कि कांग्रेस ने इस लोकसभा चुनाव में आखिर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी गठबंधन के सामने घुटने टेक दिए हैं।
राज बब्बर ने प्रेस कांफ्रेंस में बाकी वही पुरानी घिसी-पिटी बातें दोहराईं। उन्होंने कहा कि फासीवादी ताकतें बर्दाश्त नहीं कर पाती हैं कि विपक्ष अपनी आवाज़ उठाए। उन्होंने कहा कि फासीवादी लोग इस देश में विकास और देश के मूलभूत मुद्दों को पीछे छोड़कर सिर्फ और सिर्फ तानाशाही कायम करना चाहते हैं, अब तो बीजेपी के लोगों ने कहना भी शुरू कर दिया है कि यह आखिरी चुनाव है, यदि बीजेपी पुनः सत्ता में आई तो चुनाव खत्म हो जाएंगे, चुनाव नहीं होगा। राजबब्बर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा लोकतंत्र में विपक्ष को सम्मान दिया है, कांग्रेस की सरकारें पूर्ण बहुमत में रहीं, इसके बावजूद दूसरी विचारधारा के लोगों को भी सरकार का हिस्सा बनाकर अपने साथ जोड़ा और लोकतंत्र को मजबूती दी, पंडित जवाहर लाल नेहरू ने इस परंपरा की शुरूआत की और उस परिपाटी को इंदिरा गांधी ने भी जारी रखा और विपक्ष को हमेशा यथोचित सम्मान दिया। राज बब्बर ने कहा कि राहुल गांधी भी उसी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं, राहुल गांधी चाहते हैं कि कांग्रेस एक गुलदस्ता बनकर लेाकतंत्र की खूबसूरती बढ़ाए, जिसमें विभिन्न विचारों, वर्गों, धर्मों और समुदायों का प्रतिनिधित्व झलके, जिससे लेाकतंत्र में सभी चुने हुए लोगों की आवाजें उठें, यही लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए आधारभूत सोच कांग्रेस की है।
राज बब्बर ने कहा कि हम उनको धन्यवाद देते हैं और उनका सम्मान करते हैं, जिन्होंने हमारे शीर्ष नेताओं के लिए अमेठी और रायबरेली की सीटें छोड़ीं हैं, आज हमने भी सपा, बसपा, रालोद के नेताओं लिए 7 सीटें छोड़ी हैं, जिसमें सपा के लिए चार-मैनपुरी, फिरोजाबाद, कन्नौज और अखिलेश यादव जहां से भी लड़ेंगे, रालोद के लिए दो सीट जहां से जयंत चौधरी और अजीत सिंह चुनाव लड़ेंगे तथा बसपा सुप्रीमो मायावती के लिए जहां से वह चुनाव लड़ेंगी, कांग्रेस और कांग्रेस के सहयोगी दल वहां से प्रत्याशी खड़ा नहीं करेंगे। राज बब्बर ने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि विपक्ष के गुलदस्ते में तमाम विचारों का मिलन रहे और तमाम सामाजिक वर्गों को प्रतिनिधित्व मिले, इसलिए कांग्रेस ने पहले महान दल के साथ गठबंधन किया और आज सोनेलाल पटेल की पार्टी अपना दल के साथ गठबंधन किया गया है। सोनेलाल पटेल के अपना दल को कांग्रेस ने गोंडा और पीलीभीत सीट दी है। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार कांग्रेस ने जन अधिकार पार्टी को सात सीटों पर सहयोग किया है, जहां पांच ये अपने सिम्बल पर लड़ेंगे और दो सीटों पर सामाजिक समीकरणों को देखते हुए हम अपने कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर लड़ेंगे। ये सीटें हैं-झांसी, एटा, चंदौली, बस्ती एवं एक और सीट पर अपने सिम्बल पर चुनाव लड़ेंगे, जबकि गाजीपुर लोकसभा और एक अन्य सीट पर इनके सहयोग से कांग्रेस के सिम्बल पर चुनाव लड़ेंगे।

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