स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Monday 29 April 2019 06:23:28 PM
लखनऊ। अवधनामा ग्रुप ऑफ पब्लिकेशन ने राय उमानाथ बली प्रेक्षागृह लखनऊ में सम्मान समारोह का आयोजन किया, जिसमें शिक्षा के लिए मौलाना डॉ कल्बे सादिक, उर्दू और हिंदी साहित्य के लिए प्रोफेसर फजले इमान, चिकित्सा शिक्षा के लिए मोहसिन अली खान, समाजसेवा के लिए पंडित शिवचरन त्रिपाठी और विदेश में उत्कृष्ट स्कॉलरशिप प्राप्त करने पर मुर्तज़ा सरवत तक़ी को अवध सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि राज्यपाल राम नाईक थे, किंतु अस्वस्थ होने के कारण वे समारोह में नहीं आ सके और वीडियो कॉंफ्रेंस के माध्यम से ही समारोह को संबोधित किया।
राज्यपाल राम नाईक ने अवधनामा ग्रुप की सराहना करते हुए कहा कि पत्रकारिता के साथ सामाजिक कार्य करना अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि योग्य लोगों को सम्मानित कर उन्हें गौरव प्रदान करना श्रेष्ठ सामाजिकता का निर्वाह करने के समान है और इस प्रकार से समाज में अच्छा कार्य करने वालों को उनके अच्छे कार्य की प्रमाणिकता मिलती है तो वहीं दूसरों को इससे प्रेरणा प्राप्त करने का अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में कार्यपालिका, न्यायपालिका और विधायिका के साथ ही चतुर्थ स्तम्भ पत्रकारिता का भी बहुत महत्व है। उन्होंने कहा कि देश में पत्रकारिता ने स्वाधीनता संग्राम से लेकर समाज के उत्थान तक में अपनी विशिष्ट भूमिका का निर्वहन किया है।
राज्यपाल ने 'पीत पत्रकारिता' पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पत्रकारिता में निष्पक्षता होनी चाहिए, क्योंकि निष्पक्षता ही पत्रकारिता की विशेषता है। उन्होंने कहा कि पत्रकार समाज का प्रबोधन करते हैं। राज्यपाल ने कहा कि लोकतंत्र का महापर्व चल रहा है, मतदाता जनतंत्र के निर्माता हैं और लोकतंत्र में मतदान का अपना महत्व होता है। उन्होंने कहा कि मतदान किसको करना है, यह मतदाता का विशेषाधिकार है, 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके सभी लोग मतदान अवश्य करें और दूसरों को भी मतदान के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि मतदान के माध्यम से एक आम नागरिक सरकार गठन में सहभागी होता है। सम्मान समारोह में न्यायमूर्ति शबिहुल हसनैन, मौलाना अकील-उल-गरवी, वकार रिज़वी, प्रोफेसर अब्बास रज़ा नय्यर और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।