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Thursday 9 May 2019 03:19:39 PM
बुधपुरवा (लखनऊ)। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ ने गांव-गांव शिक्षा से सर्वोच्चता अभियान के तहत सोसाइटी फॉर एडवांसमेट ऑफ रिर्सोलेस बाई ट्रेनिंग एंड हैंडहोल्डिंग (समर्थ) के सहयोग से बुधपुरवा गांव की बालिकाओं और महिलाओं के लिए शिक्षा जागरुकता शिविर लगाया, जिसमें उन्हें शिक्षा के महत्व के बारे में बताया गया कि शिक्षा मनुष्य हो या समाज-देश या विश्व सभी के सर्वांगीण एवं सर्वोत्कृष्ट विकास के लिए एक महत्वपूर्ण अंग के समान है, जिसके बिना एक सभ्य एवं समृद्ध समाज, व्यक्ति, राष्ट्र या विश्व संपूर्ण विकास से अधूरा रहता है। शिक्षा राष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक विकास का शक्तिशाली साधन है और यह राष्ट्रीय सम्पन्नता एवं राष्ट्र कल्याण की कुंजी भी मानी जाती है।
शिक्षा जागरुकता शिविर का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण बालिकाओं और महिलाओं को इग्नू के संचालित रोज़गारपरक एवं कौशल संवर्धन जैसे अनेक कार्यक्रमों के विषय से अवगत कराना था। इग्नू के सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ कीर्ति विक्रम सिंह ने इस अवसर पर विश्वविद्यालय के संचालित पोषण एवं आहार कार्यक्रम, एनजीओ प्रबंधन, पर्यटन अध्ययन, जैविक कृषि आदि कार्यक्रमों के विषय में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि इग्नू का यह प्रयास है कि जिन विद्यार्थियों ने इन रोज़गारपरक कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिया है, उन्हें स्वरोज़गार से जोड़ा जा सके। इग्नू की क्षेत्रीय निदेशक डॉ मनोरमा सिंह ने विद्यार्थियों को भोजन और पोषण कार्यक्रम का महत्व बताया और कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को भोजन की उपयोगिता, इसका आर्थिक पक्ष, खाद्य पदार्थ अपमिश्रण एवं उपभोक्ता अधिकार के विषय में पढ़ाया जाएगा।
इग्नू की क्षेत्रीय निदेशक डॉ मनोरमा सिंह ने विद्यार्थियों को उद्यमिता विकास के लिए सरकार की संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी दी। ग्रामीण बालिकाओं और महिलाओं ने भी इग्नू के उच्च शिक्षा एवं रोज़गारपरक कार्यक्रमों में रूचि दिखाई। डॉ प्रवेश द्विवेदी ने ग्रामवासियों को उच्च शिक्षा से अवगत कराते हुए कहा कि 50 गांव में इस तरह की शैक्षिक जागरुकता कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा और वहां शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करते हुए इच्छुक विद्यार्थियों का नामांकन इग्नू क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ में कराया जाएगा।