केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने सर्वेक्षण अधिकारियों से एकीकृत प्रौद्योगिकी अपनाने को कहा है और आह्वान किया है कि वे राष्ट्रीय सर्वेक्षण एवं मानचित्रण एजेंसी (एनएमए) से खुदको समकालीन भारत में पुन: व्यवस्थित और पुनर्गठित करें। उन्होंने सर्वेक्षण अधिकारियों को अपनी अबतक की पारंपरिक...
केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान श्रीनगर में बेहतर जीवन केलिए नैनो प्रौद्योगिकी पर पांच दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। यह सम्मेलन का 7 वां संस्करण है और अन्ना विश्वविद्यालय, शेर-ए कश्मीर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय-कश्मीर,...
केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान और अंतरिक्ष विभाग में राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने जम्मू में भारतीय मौसम विज्ञान कार्यालय में नवीनतम उन्नत और अत्याधुनिक डॉपलर मौसम रडार एवं स्वदेशी जीपीएस आधारित पायलट सोंडे का उद्घाटन किया। भारत में मौसम विज्ञान के विकास पर डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि देशभर में 2014 से अबतक 12 डॉपलर मौसम राडार...
नेहरू विज्ञान केंद्र मुंबई ने एयरोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया मुंबई शाखा के सहयोग से 'स्पेस टूरिज्म: द नेक्स्ट फ्रंटियर' पर एक ऑनलाइन व्याख्यान का आयोजन किया, जिसमें वीएम मेडिकल सेंटर मुंबई की एयरोस्पेस मेडिसिन स्पेशलिस्ट डॉ पुनीता मसरानी ने वाणिज्यिक अंतरिक्ष यात्रा के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष...
जवाहर नवोदय विद्यालयों के सोलह छात्रों के खगोलशाला क्षुद्रग्रह खोज अभियान-2021 के तहत खोजे गए आठ क्षुद्रग्रहों को इंटरनेशनल ऐस्ट्रनॉमिकल सर्च कोलाबरेशन ने प्रोविजनल स्टेटस प्रदान किया है। खगोलशाला क्षुद्रग्रह खोज अभियान या केएएससी, जवाहर नवोदय विद्यालयों के छात्रों को क्षुद्रग्रहों का पता लगाने केलिए प्रशिक्षित...
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन यानी डीआरडीओ ने ओडिशा तट के करीब एकीकृत परीक्षण रेंज से सतह से हवा में मार करने वाली नई पीढ़ी की आकाश मिसाइल (आकाश-एनजी) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। परीक्षण में मल्टीफंक्शन रडार, कमांड, कंट्रोल एंड कम्युनिकेशन सिस्टम और तैनाती विन्यास में भाग लेने वाले लांचर जैसी सभी हथियार प्रणालियां...
हिमालय की तलहटी में बादल फटने की घटना से जिस तरह जीवन प्रभावित हो रहा है, क्या वह जंगल की आग से जुड़ा हुआ है? हाल ही में एक अध्ययन में छोटे सीसीएनएस कणों के बनने से इसका एक संबंध पाया गया है। बादल की छोटी बूंद का आकार जिसपर जलवाष्प संघनित होकर बादलों का निर्माण करता उसमें आग उत्पन्न होती है। क्लाउड कंडेनसेशन न्यूक्लियर (सीसीएनएस)...
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम के विकास को जारी रखते हुए मल्टी-बैरल रॉकेट लॉंचर से देश में विकसित पिनाका रॉकेट के विस्तारित रेंज संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। यह परीक्षण ओडिशा के सुदूर तटीय क्षेत्र चांदीपुर के एकीकृत परीक्षण रेंज से किया गया। परीक्षण के दौरन 25 उन्नत पिनाका रॉकेटों...
जलवायु परिवर्तन के कारण हिमालय श्रृंखला में बर्फ और ग्लेसियर तेजी से पिघल रहे हैं, हिमालय-काराकोरम श्रृंखला में सिंधु, गंगा और ब्रह्मपुत्र जैसी नदियों में जल आपूर्ति में बदलाव हो रहा है। दक्षिण एशिया के एचके क्षेत्र, जिसे अक्सर एशिया का वाटर टावर या थर्ड पोल कहा जाता है, पृथ्वी का सबसे ज्यादा ग्लेशियर वाला पर्वतीय क्षेत्र...
वैज्ञानिकों ने दिखाया है कि लद्दाख हिमालय के ठंडे रेगिस्तान में बड़ी बाढ़ आई थी, जिसका जलस्तर वर्तमान नदी जलस्तर से ऊपर चला गया था। इसका अर्थ यह हुआ कि ग्लोबल वार्मिंग के परिदृश्य में जब उच्च हिमालय क्षेत्रों में नाटकीय रूपसे प्रतिक्रिया की उम्मीद है तो लद्दाख में बाढ़ की आवृत्ति बढ़ सकती है, यह गंभीर शहरी और ग्रामीण...
इंडो-जर्मन विज्ञान और प्रौद्योगिकी केंद्र (आईजीएसटीसी) के 11वें स्थापना दिवस पर भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग में सचिव प्रोफेसर आशुतोष शर्मा ने औद्योगिक फेलोशिप कार्यक्रम की शुरुआत की है। प्रोफेसर आशुतोष शर्मा ने कहा है कि यह फेलोशिप शोधार्थी छात्रों को क्षमता निर्माण और उद्योग एवं अनुसंधान समाधानों...
आधुनिक प्रौद्योगिकी और आयुर्वेद के भारतीय पारंपरिक ज्ञान पानी को पूरी तरह कीटाणुरहित करने के लिए समाधान पाने तथा प्राकृतिक तेलों के संभावित स्वास्थ्य लाभों की पेशकश करने के लिए भी इकट्ठा हुए हैं। जल का विसंक्रमण रोगजनक सूक्ष्मजीवों को हटाने के लिए अनिवार्य है, जो कई प्रकार के जल-जनित रोगों की उत्पत्ति के लिए जिम्मेदार...
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की प्रयोगशाला डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ फिजियोलॉजी एंड एलायड सांसेज ने सीरो-निगरानी के लिए एंटीबॉडी पहचान आधारित किट डिपकोवैन, डीपास-वीडीएक्स कोविड-19 IgG एंटीबॉडी माइक्रोवेल एलिसा विकसित की है। डिपकोवैन किट 97 प्रतिशत उच्च संवेदनशीलता और 99 प्रतिशत विशिष्टता के साथ सार्स सीओवी-2 वायरस...
भारत के स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस ने 5वीं पीढ़ी की पाइथन-5 एयर-टू-एयर मिसाइल को हवा से हवा में मार कर सकने वाले हथियारों को अपने बेड़े में शामिल कर लिया है। इन परीक्षणों का उद्देश्य तेजस में पहले से ही समन्वित डर्बी बियॉन्ड विजुअल रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल की बढ़ी हुई क्षमता का आकलन करना भी था। गोवा में इस निशानेबाजी...
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन यानी डीआरडीओ ने सिंगल क्रिस्टल ब्लेड प्रौद्योगिकी विकसित की है और इनमें से 60 ब्लेड की आपूर्ति हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड यानी एचएएल को हेलीकॉप्टर इंजन एप्लीकेशन केलिए स्वदेशी हेलीकॉप्टर विकास कार्यक्रम के हिस्से के रूपमें की है। यह डीआरडीओ की प्रीमियम प्रयोगशाला डिफेंस मेटालर्जिकल...