निर्देशकों के निर्देशक और 44वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के लाईफटाइम एचीवमेंट पुरस्कार विजेता जिरी मैनजेल ने कहा कि जीवन जीने के लिए अच्छा है और उनकी फिल्में जिंदगी का एक उत्सव हैं। श्री मैनजेल ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी। अपनी फिल्मों का जिक्र करते हुए जिरी मैनजेल ने कहा...
बच्चों के 18वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में ‘जेंडर कंटेट-गर्ल्स मेड विजिबल’ के खुले मंच से बोलते हुए डेनमार्क के फिल्म निर्माता विबेका नोएर्गार्ड मुआसया ने कहा कि नारी मुक्ति के सभी मोर्चों पर श्रेष्ठता हासिल करने के बाद भी स्कैंडिनेवियाई देशों में महिला केंद्रीत फिल्मों की संख्या नगण्य है। मुआसया ने बताया कि इस क्षेत्र में महिला केंद्रीत फिल्मों के निर्माण में...
हालैंड की फिल्म निर्देशक सेनेटी नेये ने कहा है कि बाल फिल्मों की मार्केटिंग कोई आसान काम नहीं है और इसके लिए बच्चों की फिल्मों को आगे बढ़ाने में लगी सभी एजेंसियों को मिल-जुलकर प्रयास करने की जरूरत है। अठारहवें अंतर्राष्ट्रीय बाल फिल्म समारोह में मीडिया से बातचीत के दौरान सुश्री नेये ने बाल फिल्मों की मार्केटिंग की समस्याओं के बारे में पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन दी...
बड़े फिल्मकार आमतौर पर वृत्तचित्र नहीं बनाते, पर सत्यजित राय ने पांच वृत्तचित्र बनाए। रबींद्रनाथ ठाकुर, चित्रकार विनोद बिहारी मुखर्जी (द इनर आइ), भरतनाट्यम नृत्यांगना बालासरस्वती (बाला) और कथाकार-चित्रकार पिता सुकुमार राय पर। भारत-चीन युद्ध के वक्त जवाहरलाल नेहरू पर और बाद में बांग्लादेश मुक्ति संघर्ष पर भी फिल्म बनाने...