सीकर जिले में स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर चार हजार से भी अधिक महिलाएं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को संबल प्रदान करने में लगी हुई हैं। महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में मजबूती से कदम रखने वाली इन ग्राम्य महिलाओं में अधिकांश गौ पालन, आटा चक्की, आम, नींबू, मिर्ची, केर, लेसुआ, आंवला इत्यादि का अचार, सिलाई, कढ़ाई एवं बुटिक का काम, मिट्टी...