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शिक्षा ही जीवन में परिवर्तन लाती है-राज्यपाल

डॉ कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह

'विद्यार्थी जीवन में दीक्षांत एक महत्वपूर्ण अवसर'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 17 October 2019 11:37:25 AM

convocation at apj kalam technical university

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि शिक्षा ही जीवन में परिवर्तन लाती है, यह प्रशंसनीय है कि डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के संस्थान आईईटी लखनऊ के छात्र-छात्राएं शिक्षा की मुख्यधारा से वंचित बालक-बालिकाओं के लिए परमार्थ नाम से सायंकालीन कक्षाएं संचालित कर यहां की झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले बालक-बालिकाओं को शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज देश में प्रत्येक नागरिक को साक्षर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी का सपना होता है कि उपाधि पूर्ण होते ही उसे रोज़गार के अवसर प्राप्त हों।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि विश्वविद्यालय ने यूनिवर्सिटी इंडस्ट्री इंटरफेस सेल की स्थापना की है, जिसके माध्यम से कैम्पस प्लेसमेंट के द्वारा पिछले 11 माह में 20 हजार से अधिक रोज़गार के अवसर प्रदान कराए गए हैं। उन्होंने कहा कि डॉ एपीजे अब्दुल कलाम विश्वविद्यालय ने देश के विकास में अपना अमूल्य योगदान दिया है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय लखनऊ के 17वें दीक्षांत समारोह में छात्र-छात्राओं को मेडल और उपाधियां प्रदान कीं। उन्होंने इसके लिए छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह विद्यार्थी जीवन के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होता है, आशा है कि जो ज्ञान उन्होंने यहां से अर्जित किया है, उसे वह समाज की सेवा तथा नए भारत के निर्माण में लगाएंगे।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि सकारात्मक ढंग से सोचने और ज्ञान के पीछे चलने की सीख देने वाले डॉ एपीजे अब्दुल कलाम नाकामी को पहली सीढ़ी कहा करते थे, उनका कहना था कि सफलता मिलने पर भी कार्य को मेहनत से ही करते रहना चाहिए। आनंदीबेन पटेल ने कहा कि डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ज्ञान आधारित समाज का सपना देखते थे, ऐसी महान विभूति से सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय ग्रामीण अंचलों में जल संरक्षण, वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत, जीरो बजट फार्मिंग, प्रदूषण नियंत्रण और वानिकी विकास के क्षेत्र में भी कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर 20 संस्थानों को पुरस्कृत कर उत्कृष्टता की मिसाल कायम की है, जिन्होंने गांव गोद लेकर ग्रामीण विकास में सहयोग किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वस्थ एवं स्वच्छ भारत अभियान मे सभी लोगों को सहयोग करना चाहिए, सभी लोग स्वस्थ रहेंगे तो स्वच्छता भी बनी रहेगी।
आनंदीबेन पटेल ने कहा कि महिला सशक्तिकरण केंद्र व राज्य सरकार की प्राथमिकता में है और उन्होंने महिलाओं को सशक्त और स्वावलम्बी बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को जन आंदोलन बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने इस अवसर पर मौजूद जल पुरुष राजेंद्र सिंह को मानद उपाधि से सम्मानित किया।
प्राविधिक शिक्षा मंत्री कमला रानी ने कहा कि इस विश्वविद्यालय द्वारा छात्र-छात्राओं को तकनीकी शिक्षा प्रदान करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा प्रदान करने के लिए नेशनल बोर्ड आफ एक्रीडिटेशन से विश्वविद्यालय से सम्बद्ध संस्थानों के पाठ्यक्रम में एक्रीडिटेशन करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गरीब बच्चों को शिक्षा प्रदान करने में सहयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने गुणवत्तापूर्ण शोध कार्यों हेतु एडवांस्ड स्टडीज की स्थापना की है।
मुख्य अतिथि जल पुरुष राजेंद्र सिंह ने कहा कि वर्षा जल का संचयन अवश्य किया जाना चाहिए, जल ही जीवन है, इसलिए जल का संरक्षण किया जाना बहुत ही आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जल का संचयन करने के लिए सभी लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है व जल के बिना जीवन बेकार है, इसको ध्यान में रखते हुए जल को बेकार बहने नहीं देना चाहिए। कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने विश्वविद्यालय की प्रगति की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा संस्थानों में अध्ययन कर रहे छात्र-छात्राएं सर्व सुलभ और सस्ती, जनोपयोगी तकनीकी का निर्माण कर सकें, इसके लिए विश्वविद्यालय डॉ कलाम स्टार्टअप परिक्रमा के माध्यम से प्रयास कर रहा है। दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय के कुल सचिव नंदलाल सिंह, शिक्षक, छात्र-छात्राएं, अभिभावक, अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।

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