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Friday 29 November 2019 02:09:08 PM
मथुरा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वृंदावन मथुरा में रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम चैरिटेबिल हॉस्पिटल के सारदा ब्लॉक का उद्घाटन किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि इस संस्था में ग़रीब जनता को बीमारियों से मुक्त करने के लिए समर्पणभाव से कार्य किया जाता है। उन्होंने कहा कि बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति प्रायः मानसिक रूपसे अशांति महसूस करता है, ऐसी स्थिति में शारीरिक व्याधियों का निवारण अत्यंत आवश्यक हो जाता है। उन्होंने कहा कि इस पवित्र भूमि पर 112 वर्ष से रोगियों की सेवा करने वाला रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम एवं इससे जुडे़ सभी लोग अपनी सेवाओं के लिए बधाई के पात्र हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि सेवा की भावना एवं ‘नर सेवा नारायण की सेवा’ का मंत्र देने वाले स्वामी विवेकानंद से वे सदा प्रभावित रहे हैं, उन्हें अप्रैल 2017 में भी इस सेवाश्रम में लैब के उद्घाटन पर सेवाश्रम में रोगियों की सेवा को प्रत्यक्ष देखने का अवसर प्राप्त हुआ था। उन्होंने कहा कि सेवाश्रम में एक वर्ष में 322 हृदय रोगियों की चिकित्सा अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम में महात्मा गांधी, नेताजी सुभाषचंद्र बोस, डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं पूर्व राष्ट्रपति डॉ एस राधाकृष्णन जैसे महान लोगों का योगदान है। उन्होंने उल्लेख किया कि यह सेवाश्रम 112 साल पहले चार बिस्तर के अस्पताल से प्रारम्भ हुआ था और आज यह एक पूर्ण विकसित एवं आधुनिक अस्पताल है, इसमें एक वर्ष में 5 लाख 50 हजार लोगों ने स्वास्थ्यलाभ प्राप्त किया है। राष्ट्रपति ने कहा कि अस्पताल में अनेक सुविधाएं हैं, कैंसर वार्ड, कैंसर ऑपरेशन थियेटर, महिला सर्जिकल वार्ड, नवजात सघन चिकित्सा इकाई आदि के माध्यम से ग़रीब और कमजोर लोगों को अच्छी चिकित्सा सुविधा प्राप्त हो रही है। उन्होंने कहा कि देश-विदेश में रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम के 200 से अधिक केंद्र स्वामी विवेकानंद की मानवसेवा एवं नरसेवा की भावना पर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद सामाजिक बराबरी और न्याय के पक्षधर थे, उन्होंने अपनी गुरूमाता का बहुत अधिक सम्मान किया, रामकृष्ण मिशन सेवाश्रमों में गुरूमाता की 167वीं जयंती भी मनाई जाने वाली है, यह गुरूमाता के प्रति महिलाओं और स्वामी विवेकानंद के सम्मान का अवसर होगा।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी कार्यक्रम में मौजूद थीं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्यसेवा प्राप्त करना प्रत्येक मनुष्य का अधिकार है, एक स्वस्थ व्यक्ति ही देश के विकास में अपना सहयोग प्रदानकर सकता है, हमारी संस्कृति है कि सभी सुखी हों और सभी निरोगी हों। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वंचित एवं गरीब लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए आयुष्मान भारत योजना लागू की है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने भारत की संस्कृति, सहिष्णुता और आध्यात्मिकता को पूरे विश्व के सामने रखा है, स्वामीजी ने एक ऐसे समाज की कल्पना की थी, जिसमें धर्म और जाति के आधार पर समाज में भेदभाव न हो। राज्यपाल ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने अपने गुरू रामकृष्ण परमहंस के नाम पर सेवाश्रम को शुरू किया था, रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम में आज अनेक मठों के माध्यम से निःस्वार्थ सेवा का कार्य किया जा रहा है। राज्यपाल ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने अपने गुरूजी की मानवतावादी सोच को दूर-दूर तक फैलाया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह अस्पताल इसी प्रकार गरीब एवं कमजोर लोगों को चिकित्सा उपलब्ध कराता रहेगा।
सेवाश्रम कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आए। उन्होंने कहा कि भारत की सनातन परम्परा ने सेवा को ही धर्म माना है-परहित सरिस धर्म नहिं भाई। उन्होंने कहा कि सेवाश्रम के अस्पताल में स्वामी विवेकानंद का अपने गुरू रामकृष्ण परमहंस का प्रतिबिम्ब देखने को मिलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीबांके बिहारीजी की भूमि पर कैंसर से पीड़ित मरीजों के उपचार के लिए भरोसेमंद इलाज उपलब्ध हो जाए तो इससे बड़ा मानव कल्याण का कार्य कोई दूसरा नहीं हो सकता। उन्होंने संस्था एवं उससे जुडे़ कार्यकर्ताओं तथा ब्रजक्षेत्र की जनता से कहा कि उसके यहां कैंसर के इलाज हेतु एक बेहतरीन केंद्र स्थापित हो गया है, जिसका वह लाभ उठाए। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आयुष्मान भारत योजना की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि ऐसी संस्थाओं को स्थापित करना आवश्यक है, जिनके माध्यम से लोगों को असाध्य रोग का इलाज सुलभ हो सकता है। मुख्यमंत्री ने भी रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम एवं उससे जुडे़ व्यक्तियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह अस्पताल कैंसर से लड़ने और स्वस्थ होने में बड़ी भूमिका निभाएगा। उन्होंने संस्था के सहायक महासचिव तत्व विद्यानंद महाराज, संतों और चिकित्सकों को उनके सेवाभाव के लिए धन्यवाद दिया।
राष्ट्रपति अक्षय पात्र संस्था में भी गए और परिषदीय विद्यालयों के लिए तैयार किए जाने वाले भोजन की व्यवस्था का अवलोकन किया। इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित थे। राष्ट्रपति ने संस्था में भोजन बनाने वाली और आटा गूंथने वाली मशीनों, ऑटोमेटिक रोटियों का बनना तथा भोजन सप्लाई की व्यवस्था देखी। परिषदीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को राष्ट्रपति, राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने स्वयं भोजन परोसा। राष्ट्रपति ने श्रीराधा वृंदावन चंद्रोदय मंदिर परिसर में प्रभु राधाकृष्ण की पूजा-अर्चना की। मंदिर के पुजारी एवं अक्षय पात्र मंदिर के चेयरमैन मधु पंडितदास ने मंत्रोच्चार कर अतिथियों से पूजा अर्चना कराई, माला एवं शॉल भेंटकर उनका स्वागत किया गया। राष्ट्रपति, राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री यहां के विजय कौशल महाराज के आश्रम भी गए। भ्रमण के दौरान उन्होंने श्रीबांके बिहारीजी के मंदिर में भी पूजा अर्चना की। कार्यक्रम में पशुधन मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री सतीश कुमार द्विवेदी, विधायक पूरन प्रकाश, मेयर डॉ मुकेश आर्यबंधु, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।