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Wednesday 27 May 2020 04:57:17 PM
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव मजदूर विरोधी हैं और वे प्रवासी श्रमिक आयोग बनाने से बौखला गए हैं। यह बात अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष डॉ लालजी प्रसाद निर्मल ने लखनऊ में कही है और कहा है कि कोरोना महामारी के संक्रमण काल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रवासी मजदूरों के साथ हैं, उन्होंने श्रमिकों के लिए प्रवासी आयोग बनाने का निर्देश देकर वंचितों के लिए बड़ा काम किया है, जबकि अखिलेश यादव की सरकार में श्रम विभाग को कमजोर कर दिया गया था।
प्रख्यात दलित नेता डॉ लालजी प्रसाद निर्मल ने कहा है कि अखिलेश यादव सरकार मजदूरों के लिए कोई योजना नहीं बना पाई, जिसके लिए उन्हें याद किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य से मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए भी अखिलेश यादव सरकार में कोई काम नहीं हुआ, इसलिए प्रवासी कामगार आयोग के लिए अखिलेश यादव को योगी आदित्यनाथ का स्वागत करना चाहिए। डॉ लालजी प्रसाद निर्मल ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को कमजोर नेता बताया है। उन्होंने कहा है कि अखिलेश यादव कोई बयान जनता के हित में नहीं देते हैं, वह केवल सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए राजनीति करते हैं, आज जब कोरोना को लेकर पूरा देश एकजुट है, तब अखिलेश यादव केवल सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल कर रहे हैं।
डॉ लालजी प्रसाद निर्मल ने कहा कि अखिलेश यादव के पास न तो कोरोना को लेकर कोई सुझाव है और न ही मजदूरों के जीवन को बचाने के लिए कोई उपाय, अलबत्ता वह योगी सरकार के लोकप्रिय काम-काज को लेकर परेशान जरूर हो गए हैं, वे तो अपने लोकसभा क्षेत्र आजमगढ़ भी नहीं देखे जाते हैं। डॉ निर्मल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को वंचित वर्गों की ओर से धन्यवाद देते हुए कहा है कि 70 फीसदी मजदूर दलित वर्ग से हैं, जो दो जून की रोटी की व्यवस्था करने के लिए दूसरे राज्यों में चले जाते हैं, योगीजी को मजदूरों का दर्द पता है, यही वजह है कि उन्होंने प्रवासी आयोग बनाकर हमेशा के लिए मजदूरों की समस्याओं को खत्म करने की तैयारी की है। डॉ निर्मल ने दोहराया कि समाजवादी पार्टी को यह आयोग बनाया जाना अच्छा नहीं लग रहा है, जबकि प्रवासी आयोग से पूरे प्रदेश के मजदूरों का डाटा सरकार के पास होगा और सरकार को उनके रोज़गार के साधन उपलब्ध कराने में आसानी होगी।